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गांवों में 48 दिन में योगी सरकार ने किए 70 लाख से ज्‍यादा कोविड टेस्‍ट

लखनऊ। कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए योगी सरकार ने ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्‍यादा टेस्‍ट कराए। ट्रेस,टेस्‍ट और ट्रीट के मूल मंत्र पर आगे बढ़ते हुए राज्‍य सरकार ने पिछले 48 दिन में गांवों में 70 लाख से ज्‍यादा कोविड टेस्‍ट कराये। शहरी इलाकों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड टेस्‍ट की संख्‍या करीब 60 फीसदी अधिक रही। निगरानी समितियों के 4 लाख सदस्‍यों के जरिये गांवों में कोरोना को घर घर ट्रेस कर रही योगी सरकार ने 31 मार्च से 21 मई तक लगभग 75 लाख कोविड टेस्‍ट किए। कोरोना की दूसरी लहर की आहट मिलने के साथ ही योगी सरकार ने शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में भी सघन टेस्टिंग अभियान शुरू कर दिया था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च से 18 मई के बीच प्रदेश में कुल 10726406 कोविड टेस्‍ट किए गए। इनमें से 3680518 टेस्‍ट शहरी इलाकों में किए गए। जबकि ग्रामीण इलाकों में इस दौरान कोविड टेस्‍ट की संख्‍या 7045888 थी, जो कि शहर के मुकाबले लगभग दो गुना थी। ग्रामीण इलाकों में कोविड टेस्‍टिंग लगातार बढ़ाई गई है,जिससे कोरोना की रफ्तार को काबू करने में बड़ी सफलता मिली। ग्रामीण इलाकों में करीब 85 हजार रोजाना से शुरू हुआ आंकड़ा ढाई लाख टेस्‍ट प्रतिदिन की संख्‍या को पार कर गया है।

शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में 60 फीसदी ज्‍यादा टेस्‍ट

कोरोना टेस्टिंग की आक्रामक रणनीति के तहत यूपी में हर दिन टेस्‍ट का आंकड़ा बढ़ता रहा जबकि दिल्‍ली,महाराष्‍ट्र समेत कई राज्‍यों में केस बढ़ने पर टेस्‍ट कम किए गए। 65 फीसदी से ज्‍यादा गांवों में कोरोना का प्रवेश न हो पाना राज्‍य सरकार की इस रणनीति का परिणाम रहा। राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 92.5 प्रतिशत हो गई है। पिछले 24 घण्टों में राज्य में 2,89,210 टेस्ट किए गए हैं। प्रदेश में अब तक 4 करोड़ 61 लाख 12 हजार 448 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।

शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में आक्रामक टेस्टिंग की रणनीति को अंजाम देने के लिए राज्‍य सरकार ने लैबों की क्षमता में वृद्धि की है। इसके तहत प्रदेश की लैबों में कुल 51 नयी आरटीपीसीआर मशीनें, 35 सेमी आटोमेटिक डीएनए एक्स्ट्रैक्टर और 503 अतिरिक्त लोगों को लगाया गया है। प्रदेश में कुल 2 करोड़ आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा चुके हैं। पहले 1 करोड़ टेस्ट करने में जहां लगभग 11 महीने का समय लगा था, वहीं दूसरे 1 करोड़ टेस्ट के आंकड़े को पार करने में महज 4.5 महीने का समय लगा। इससे टेस्‍ट की क्षमता और गति का अंदाजा लगाया जा सकता है।

टेस्टिंग की आक्रामक रणनीति से कोरोना पर लगाम

पिछले 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कुल 7735 मामले आए हैं, जो कि 24 अप्रैल को कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मामलों से 30,320 कम है। पिछले 24 घंटो में 17,668 कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में अब कोरोना के कुल एक्टिव मामलों की संख्या 1,03,276 है। प्रदेश में 30 अप्रैल, 2021 को दर्ज किए गए कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक एक्टिव मामलों 3,10,783 में 68 प्रतिशत की कमी आयी है। कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर में वृद्धि हो रही है। मौजूदा समय में रिकवरी की दर बढ़कर 92.5 प्रतिशत हो गई है।

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