लखनऊ। गांवों में कोरोना संक्रमण रोकने में मददगार साबित हो रही निगरानी समितियां एक और बड़ा रोल अदा करने जा रही है। एक जून से शुरू हो रहे कोविड टीकाकरण में निगरानी समितियां गांवों में 12 साल कम उम्र वाले बच्चों के अभिभावकों को घर-घर जाकर जागरूक करेंगी और उनको टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करेंगी। इससे कोरोना की तीसरी लहर को रोकने में काफी मदद मिलेगी। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रदेश की योगी सरकार युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रही है। इसी क्रम में 12 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों के अभिभावकों का टीकाकरण प्राथमिकता के आधार पर कराए जाने के निर्देश सीएम ने दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधिवत कार्य योजना तैयार करके बच्चों का टीकाकरण कराया जाए। इससे पहले सभी अस्पतालों में बच्चों के अलग वार्ड बनाए जाने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन सेंटर पर किसी तरह की भीड़-भाड़ एकत्र न होने दी जाए। जिन लोगों ने वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, सिर्फ उनको ही सेंटर पर बुलाया जाए। साथ ही सभी वैक्सीनेशन सेंटर पर वेटिंग एरिया के साथ आब्जर्वेशन सेंटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वैक्सीनेशन को लेकर एक महीने की एडवांस प्लानिंग की जाए। सीएम ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से सभी नागरिकों को नि:शुल्क टीकाकरण की सुविधा दी जा रही है।
अभिभावक बूथ सेल का हो गठन
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन अभिभावकों के बच्चे 12 साल से कम आयु के हैं, उनका प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाए। इसके लिए हर जिले में अभिभावक स्पेशल बूथ बनाए जाए। खासकर ग्रामीण इलाकों में निगरानी समितियों के द्वारा ऐसे अभिभावकों से बातचीत कर उनको टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किए जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं। टीकाकरण कार्य अभिभावकों की सुरक्षा के साथ बच्चों के लिए उपयोगी साबित होगा।