बछरावां/रायबरेली। कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से शिक्षा विभाग को चकमा देकर कई जनपदों के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अनामिका शुक्ला नाम से नौकरी करने वाली शिक्षिका को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। लगभग 1 वर्ष से फरार चल रही इस शिक्षिका पर पुलिस ने ₹15000 इनाम भी घोषित किया था। फर्जी रूप से कई जनपदों में तैनाती के बाद वेतन ले रही इस शिक्षिका के जब दस्तावेजों की जांच की गई तो सभी दंग रह गए। मामला पकड़े जाने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रायबरेली द्वारा बीते वर्ष बछरावां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
तहरीर के आधार पर मंजेश कुमारी उर्फ अंजली (कूटरचित नाम अनामिका शुक्ला पुत्री अवध किशोर) निवासिनी बेहटा रायपुर थाना जनपद कन्नौज, जोकि कूटरचित तरीके से अनामिका शुक्ला नाम के फर्जी दस्तावेज पर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बछरावां में पूर्णकालिक (विज्ञान विषय) की शिक्षिका के पद पर कार्य कर रही थी। इससे पहले अन्य जनपदों अंबेडकर नगर, सहारनपुर, बागपत, अलीगढ़, वाराणसी, कासगंज, अमेठी, रायबरेली में अनियमित रूप से नियुक्त प्राप्त कर शिक्षिका के पद पर कार्य कर चुकी है।
विभाग को जब पता चला कि अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी कर रही महिला की नियुक्ति पूरी तरीके से फर्जी है तो इन्हें जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने निर्देशित किया कि अपने मूल शैक्षिक,निवास, पहचान प्रमाण पत्र आदि के साथ कार्यालय में 1 सप्ताह के अंदर उपस्थित होना सुनिश्चित करें। किंतु उक्त पत्र की अवहेलना करते हुए उन्होंने अपना त्यागपत्र व्हाट्सएप के माध्यम से वार्डन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय बछरावां को दिनांक 26 मई 2020 को प्रेषित किया था। उपरोक्त दस्तावेज इनके द्वारा बीएसए कार्यालय में नहीं दिए गए थे, न उनकी उपस्थिति दर्ज कराई गई थी। तथा यह काफी लंबे समय से फरार चल रही थी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर बछरावां पुलिस मामले की जांच करते हुए आरोपी के गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर 20 जून रविवार को बछरावां पुलिस टीम द्वारा उक्त आरोपी महिला को बालागंज लखनऊ चौराहे के पास गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी महिला के पास से ₹600 नगद व 02 अदद की पैड मोबाइल बरामद हुए हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में थानाध्यक्ष राकेश सिंह, उप निरीक्षक चंद्र प्रताप सिंह, आरक्षी यशवीर सिंह, महिला आरक्षी रुचि द्विवेदी शामिल रहे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा