लखनऊ। ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए राज्य सरकार प्रदेश के सभी नगर निकायों को शुद्ध पेजयल आपूर्ति कर रही है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर और बरसात के बाद होने वाली मौसमी बमारियों से जन-जन को बचाने के लिये भी पेयजल की स्वच्छता पर जोर दिया जा रहा है। इसके मद्देनजर 651 नगर निकायों में अभियान चलाकर नए नलकूपों को स्थापित करने, उनकी मरम्मत करने और रीबोर कराने का काम तेज गति से किया जा रहा है।
बीमारियों के फैलने में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से पानी का ही हाथ होता है। ऐसे में जन-जन तक स्वच्छ पेजयल आपूर्ति करने के लिये प्रतिबद्ध योगी सरकार ने आवश्यक सभी तैयारियों को पूरा कर लेने को कहा है। इसके लिये समस्त नगर निगमों में कुल 11589 में से 629 नलकूपों की मरम्मत कर ठीक करा लिया गया है। जबकि 428 में से 71 नलकूलों को रीबोर करके चालू कराया जा चुका है। प्रदेश में स्थापित 276412 इण्डिया मार्का-2 हैण्ड पम्पों में से 15760 नलकूपों से अधिक की मरम्मत कराई गई है। जबकि 16762 हैण्डपम्पों में से 3358 को रीबोर कराकर चालू करा दिया गया है।
- गर्मी में लोगों को शुद्ध पेयजल की कमी नहीं आने देने के निर्देश
- 651 नगर निकायों में अभियान चलाकर प्रतिदिन की जा रही आवश्यक पेयजल आपूर्ति
- नलकूलों को रीबोर करने और उनकी मरम्मत के काम ने पकड़ी तेजी
- 3358 से अधिक हैण्ड पम्पों को रीबोर करने काम किया गया पूरा
प्रदेश के समस्त स्थानीय निकायों में क्वालिटी टेस्टिंग और क्लोरिनेशन करते हुए शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इन सभी प्रयासों के पीछे सरकार का मकसद हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल देने की है जिससे उसका स्वास्थ्य ठीक रहे। जलकल विभागों के अधिकारियों को एलर्ट रहने को कहा गया है। किसी भी क्षेत्र में पानी का संकट होने पर तत्काल उसके निस्तारण करने के भी आदेश दिये गये है। गर्मी में पानी की कमी किसी को भी न हो इसके लिये टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था भी सभी नगर निगमों में की जा चुकी है।