लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री महंगाई पर बात नहीं करते हैं। उन्हें देश की महंगाई दिखाई नहीं देती, प्रधानमंत्री को देश की बात भी करनी चाहिए, लोगों के मन की बात भी सुननी चाहिए, पेट्रोल-डीजल और राशन सब महंगा है। आज पूरा हिंदुस्तान महंगाई की मार से कराह रहा है। एक तो बेरोजगारी ऊपर से दिन प्रतिदिन बढ़ती महंगाई ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है। सरकार है कि कुछ कहने, सुनने, करने को तैयार नहीं। और सरकार के प्रवक्ता हैं जो बेलगाम होती महंगाई पर चर्चा भी करना नहीं चाहते। जनता बेचैन है, परेशान है, हैरान है, विवश है लेकिन उपाय क्या है? सरकार बताने को तैयार नहीं है। महंगाई पर सरकार की बोलती बंद क्यों है? महंगाई पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।विश्व की सबसे बड़ी मिस्ड कॉल वाली पार्टी का विशाल आईटी साम्राज्य है पर किस काम की नही। श्री सिंह ने आरोप लगाया है कि अगर पड़ोस में पाकिस्तान और देश में मुसलमान न होते तो देश का राष्ट्रीय मुद्दा क्या होता?
सुनील सिंह महंगाई के मुद्दे पर ट्वीट करते हुए कहते हैं कि “पाकिस्तान की बात करेंगे, दुनिया की बात करेंगे लेकिन देश की बात नहीं करेंगे।” पेट्रोल डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के बीच रोजमर्रा की ज़रूरतों की चीजें भी महंगी होती जा रही हैं। नहाने के साबुन से लेकर खाने के तेल और रसोई गैस की कीमतों में भी आग लगी हुई है। सब्जी, फल, दूध आदि में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची हुई है।
महंगाई इस हद तक जा पहुंची है कि आम आदमी खाए तो क्या खाए, पहने तो क्या पहने.. आज की तारीख में कोई ऐसी वस्तु नहीं जिसकी कीमतों में बढ़ोतरी न हो रही हो।
जनता महंगाई की ज्वलन्त समस्या से परेशान है लेकिन सबका ब्रेन वाश किया जा रहा है। सरकारी तोते के तौर पर काम कर रही। मीडिया लोगों के दिलों दिमाग में यह बात बताने में सफल रही है कि देश की असली समस्या मंहगाई और बेरोजगारी नहीं, बल्कि पाकिस्तान और मुसलमान हैं।