उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा को लेकर चल रहा असमंजस दूर कर दिया है। सरकार ने प्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरियंट की पुष्टि होने और संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हरिद्वार को कोरोना महामारी का केंद्र नहीं बनाया जा सकता।
धामी ने उत्तराखंड के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रदेश में पिछले सात वर्षों में जितना विकास हुआ है, उतना आजादी के बाद से अब तक कभी नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में बेरोजगारी को दूर करने के भरसक प्रयास कर रही है। वह भर्ती के लिए पहली कैबिनेट में ही प्रस्ताव लाए।
प्रदेश सरकार यूं तो कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा चुकी है। इस बीच प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन और फिर यूपी की तैयारियों को देखते हुए यात्रा अनुमति को लेकर संशय की स्थिति भी पैदा हो गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से कांवड़ यात्रा को लेकर चर्चा की। इधर, प्रदेश की जनता भी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के भय के कारण कांवड़ यात्रा के पक्ष में नहीं थी।
लेकिन अब सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दो टूक कह दिया है कि आस्था पर जन स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाएगी। आमजन का जीवन बचाना सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए यात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।