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योगी ने संभाली व्यवस्था

किसी भी दायित्व का निर्वाह पूर्ण क्षमता से करना कर्म योग है- योगःकर्मसु कौशलम। योग से ही कर्मों में कुशलता है। अथवा कर्मयोग के अनुसार कर्म करना ही कुशलता है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ की इस संदर्भ में प्रशंसा की थी। उनका कहना था कि योगी आदित्यनाथ केवल योगी ही नहीं है,वह योगी होने के साथ ही कर्मयोगी भी है।

यह देखा गया है कि योगी आदित्यनाथ कर्मयोग चिंतन के अनुरूप कार्य करते है। बिना थके,बिना रुके वह कर्तव्य पथ पर चलते रहते है। मुख्यमंत्री बने तो इसी अंदाज में अपने दायित्वों का निर्वाह करते रहे। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन हुआ तो वह दो दिन तक बिना किसी विश्राम के पूरी व्यवस्था को संभालते रहे। इतना ही नहीं उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अपने अन्य दायित्वों को भी पूरा किया। कल्याण सिंह के निधन की सूचना मिलते ही योगी आदित्यनाथ संजय गांधी पीजीआइ पहुंचे गए थे।

यहां से उनकी पार्थिव देह के साथ माल एवेन्यू आवास पर पहुंचे। यहां सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने में लगे रहे। कुछ देर के लिए वह मुख्यमंत्री आवास गए। रात में पुनः माल एवेन्यू आये। उन्होंने मंत्रियों को विभिन्न व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी। इसी रात में ही कैबिनेट की बैठक कर शोक प्रस्ताव पास कराया। इसके बाद शांति पाठ भी शुरू कराया। कल्याण सिंह के माल एवेन्यू आवास पर पूजा पाठ के साथ अंतिम दर्शन की जिम्मेदारी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को सौंपी। अगले दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लखनऊ पहुंचने का कार्यक्रम था।

योगी आदित्यनाथ ने इस संबन्ध में भी अधिकारियों को निर्देशित किया। प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान कतिपय औपचारिकतायें होती है। योगी आदित्यनाथ ने उन्हें भी देखा। वह प्रधानमंत्री अगवानी करने अमौसी एयरपोर्ट पर गए। जब तक प्रधानमंत्री लखनऊ में रुके,योगी आदित्यनाथ प्रोटोकॉल के अंतर्गत उनके साथ रहे। कल्याण सिंह की पार्थिव देह को विपक्षी दलों के नेताओं दर्शन हेतु विधान भवन में रखा गया। योगी आदित्यनाथ पूरे समय मौजूद रहे। विधानसभा परिसर में कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन की जिम्मेदारी संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को दी गई थी।

कल्याण सिंह के आवास से विधान भवन तक पार्थिव देह को लाने की जिम्मेदारी डॉ.महेन्द्र सिंह व आशुतोष टंडन को सौंपी गई थी। विधान भवन के बाद भाजपा पार्टी कार्यालय पर कल्याण सिंह की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। यहां व्यवस्था का दायित्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सिंह ने संभाला। भाजपा कार्यालय में लोगों को दर्शन कराने के बाद कल्याण सिंह की पार्थिव देह को अलीगढ़ ले जाया जाएगा।

अलीगढ़ में व्यवस्था की जिम्मेदारी मंत्री सुरेश राणा को दी गई। कल्याण सिंह के पैतृक गांव अतरौली में परिवहन मंत्री अशोक कटारिया को व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई। योगी आदित्यनाथ स्वयं भी सभी स्थलों पर व्यवस्था की निगरानी कर रहे थे।

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