लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बूथ पर साजिश करने में जुटी हुई है। भाजपा संविधान का सम्मान नहीं करती है। वह लोकतंत्र के साथ ठगी करने की रणनीति बना रही है। दूसरे राज्यों से आरएसएस के कार्यकर्ताओं को गाँव-गाँव पहुंचाया जा रहा है, ताकि बूथ स्तर पर षड्यंत्र किया जा सके।
समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश में भारी बहुमत का जनसमर्थन प्राप्त है। इसी से भयभीत होकर भाजपा लोकतांत्रिक व्यवस्था की पवित्रता नष्ट करना चाहती है। भाजपा का यह कृत्य भारतीय संविधान और जनभावनाओं के विरुद्ध है। भाजपा सरकार ने राज्य में न सिर्फ अराजकता पैदा की है बल्कि राज्य का विकास रोककर महापाप किया है। जनादेश को भाजपा छल कपट से अपमानित करने पर तुली हुई है।
भाजपा सरकार ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता को संदिग्ध बना दिया है। हाल ही में उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग की वेबसाइट में एक नवयुवक द्वारा ‘डिजिटल सेंधमारी‘ करके नकली वोटर आईडी कार्ड बनाया जाना बेहद गंभीर बात है। ऐसे घपलों के लिये पूरे राज्य में जाँच हो, पता तो चले कहीं इसे राज्याश्रय तो प्राप्त नहीं है। ये चुनाव आयोग की सुरक्षा नहीं बल्कि गरिमा का विषय है। इस प्रकार की अनेक घटनाओं से लोकतंत्र शर्मसार हो रहा है।
भाजपा ने सत्ता के घमंड में नागरिक अधिकारों को कुचल दिया है। अधिनायकशाही मानसिकता से विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। नौजवान हताश है उनके साथ धोखा किया गया है। महिलाएं डरी हुयी हैं। किसान बेहाल है। अर्थव्यवस्था दुर्दशा की शिकार है। भाजपा सरकार की कुनीतियों से आम-आदमी त्रस्त है। ऊबी हुई जनता बदलाव चाहती है। 2022 के विधानसभा चुनाव में जनसमर्थन से उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया तय है।