उत्तर प्रदेश पुलिस की खाकी वर्दी एक बार फिर दागदार हुई है. देर रात संदिग्धों की तलाश में होटल में दबिश के दौरान कानपुर के एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.
युवक के साथ रुके दोस्तों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया तो इस मामले में पुलिसकर्मियों का बचाव करते हुए गोरखपुर के एसएसपी ने दबिश के दौरान हड़बड़ाहट में गिरने से सिर में चोट लगने की बात कही है.
गोरखपुर पुलिस सोमवार की देर रात 12 बजे होटल और सरायों में रुकने वाले लोगों की जांच के लिए निकली थी. संदिग्धों के ठहरने की सूचना पर रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के देवरिया बाईपास रोड पर स्थित कमरा नंबर 512 को खुलवाया.
उनके साथ रुके हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले अरविंद सिंह ने बताया कि वे होटल कृष्णा पैलेस के अपने रूम नंबर 512 में सो रहे थे. रात 12.30 के बीच डोर बेल बजी. मनीष गुप्ता और प्रदीप सोए हुए थे.
इसी बीच उन्होंने देखा कि पुलिसवाले मनीष गुप्ता को घसीटते हुए लिफ्ट से नीचे लेकर आ रहे हैं और उनके सिर से खून बह रहा है. उन्होंने अपने पीसीआर में मनीष गुप्ता को डाला और उन्हें पीछे बैठा दिया.