लखनऊ। श्री सुखमनी साहिब सेवा सोसाइटी का स्वर्ण जयन्ती समारोह शुक्रवार श्री सुखमनी साहिब के सामूहिक पाठ के साथ श्री गुरु सिंह सभा ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिन्डोला में प्रारम्भ हुआ। सदस्यों द्वारा सामूहिक कीर्तन के पश्चात 71वें सहज पाठ की सबने मिलकर समाप्ति की और सदस्यों को पुरस्कार दिए गये।
दरबार साहिब श्री अमृतसर के हजूरी रागी भाई सुरिन्दर सिंह जी ने “करन बंदगी विरले बन्दे” और “अमृत की सार सोई जाने जो अमृत का वापारी जीओ” गायन कर सत्संगी जनों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बिधिचन्द सम्प्रदाय के बाबा बंता सिंह जी ने श्री गुरू नानक देव जी के ” ज्योति जोत समाना ” पर कथा कर जनसमूह को भाव विभोर कर दिया।
रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह जी ने नाम सिमरन कराया और के. के. एन. एस. गुरमति संगीत अकेडमी के बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सत्संग की समाप्ति पर गुरू का लंगर समान रूप से वितरित किया गया। कल के मुख्य समारोह में अजन्ता अस्पताल के 6 वरिष्ठ डाक्टर विभिन्न विधाओं में निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श प्रदान करेंगे।