लखनऊ। जगतगुरु श्री गुरु नानक देव जी महाराज के 553वें प्रकाश उत्सव और माता शांति रानी कौर की याद में दशमेश सेवा सोसायटी द्वारा आयोजित अलौकिक प्रभात फेरी समागम ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में संपन्न हुआ। जिसमें लखनऊ की विभिन्न संस्थाओं से निकलने वाली प्रभात फेरियाँ प्रातः 6:00 बजे से ही गुरुद्वारा साहब में पहुँचना प्रारंभ हो गई थीं। जहाँ पर उनका स्वागत दशमेश सेवा सोसायटी के सदस्यों द्वारा फूलों की वर्षा से किया गया। यह जानकारी कमेटी के प्रवक्ता सतपाल सिंह मीत ने दी।
दशमेश सेवा सोसायटी के संचालक मंडल के सदस्य तजिंदर सिंह और इंदरजीत सिंह ने बताया कि अलौकिक प्रभात फेरी समागम का आयोजन गुरुद्वारा साहब में पहली बार किया गया था, जहाँ पर लखनऊ की समस्त प्रभात फेरियाँ एकत्रित हुईं और उन सब ने गुरुद्वारा साहब में मिलकर गुरबाणी का कीर्तन गायन किया।
इस समागम में संगतों ने भारी उत्साह दिखाया और काफी बड़ी संख्या में संगत इस समागम में शामिल हुई। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने आई हुई समस्त प्रभात फेरी संगतों का स्वागत किया और गुरु घर का सिरोपा शॉल देकर सभी को सम्मानित किया।
उन्होंने बताया कि गुरु नानक जयंती के उपलक्ष में 14 नवम्बर को प्रभात फेरी का आयोजन किया गया है। जो सब्जी मंडी चारबाग मोती नगर ऐशबाग होते हुए गुरुद्वारा साहब में वापस आएगी तथा 19 तारीख को श्री गुरु नानक जयंती का मुख्य समागम डी.ए.वी. कॉलेज मैदान में किया जाएगा।
इस समागम में जालंधर से भाई संतोख सिंह का रागी जत्था ज्ञानी जसपाल वीर सिंह गुरमत प्रचारक तथा हरमंदिर साहिब अमृतसर से जसबीर सिंह खालसा का रागी जत्था विशेष तौर पर गुरबाणी का कीर्तन और गुरमत विचार तथा कथा वाचन करेंगे। समागम की समाप्ति पर सोसाइटी के सदस्यों द्वारा हरविंदर पाल सिंह नीटा तथा कुलदीप सिंह सलूजा की देखरेख में आलू पूरी, पुलाव, पकोड़े तथा हलवे का लंगर वितरित किया गया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी