रूस से खरीदे गए हैं ये MI-17 हेलिकॉप्टर पिछले 5 सालों में 6 बार हो चुके क्रैश हैं। वायुसेना के इस MI-17V5 हेलिकॉप्टर को सबसे सुरक्षित माना जाता है। भारत ने इसे रूस से खरीदा है और 80 एमआई-17 हेलिकॉप्टरों का सौदा हुआ था, हालांकि, बाद में इनकी संख्या बढ़ाकर 151 कर दी गई थी। भारतीय वायुसेना का दुर्घटनाग्रस्त हुआ Mi-17V5 हेलिकॉप्टर एक एडवांस्ड सैन्य परिवहन हेलिकॉप्टर है जो कि साल 2012 में वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ।
रशियन हेलीकॉप्टर की सहायक कंपनी ‘कजान’ द्वारा निर्मित यह हेलिकॉप्टर मौसम रडार के साथ ही नवीनतम पीढ़ी के ‘नाइट विजन’ उपकरणों से लैस है। इसमें पीकेवी-8 स्वचालित पायलट प्रणाली की भी सुविधा है। एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर 4,000 किलोग्राम वजनी सामग्री ले जाने में सक्षम है। इन हेलीकॉप्टर की पहली खेप सितंबर 2011 में भारत पहुंची थी। वायुसेना ने फरवरी 2012 में औपचारिक रूप से इसे अपने बेड़े में शामिल किया था।
आज तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना का MI-17V5 हेलिकॉप्टर बुधवार को दुर्घटना का शिकार हो गया। इस हेलिकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका की मौत हो गई।
18 नवंबर 2021 को अरुणाचल प्रदेश के में यह हेलिकॉप्टर लैंडिंग करते समय दुर्घटना का शिकार हो गया था, लेकिन गनीमत रही कि पांचों क्रू मेंबर्स सुरक्षित बच गए थे। वायुसेना ने हादसे का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया था।
23 सितंबर 2019 को एमआई-17 हेलिकॉप्टर केदारनाथ धाम में हादसे का शिकार हो गया था। हेलिकॉप्टर में सवार छह लोग सुरक्षित बच गए थे।
27 फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में एमआई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। इस दुर्घटना में वायुसेना के छह अधिकारी और एक आम नागरिक की मौत हुई थी। जांच में सामने आया था कि लापरवाही के चलते अपनी ही मिसाइल से हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था।
03 अप्रैल 2018 को केदारनाथ धाम में एम-आई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। इसमें सवार छह लोग सुरक्षित बच गए थे।
06 मई 2017 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग के पास एमआई-17 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में पांच जवानों शहीद हो गए थे, साथ ही दो अन्य लोगों की भी जान चली गई थी।