महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों को लेकर अपने पद से इस्तीफा देने के दबाव में भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। उन्होंने कहा है कि वे शुक्रवार दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके खिलाफ हुई राजनीतिक साजिश का पर्दाफाश करेंगे।
बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा के लोकसभा सांसद भी हैं। उन्होंने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि वह राज्य के गोंडा जिले के नवाबगंज में कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
बता दें कि गुरुवार को केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ कुछ पहलवानों की देर रात बैठक हुई थी। देर शाम चंडीगढ़ से अपने दिल्ली आवास पहुंचे ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात की।
पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, विनेश फोगट, रवि दहिया सहित अन्य को आज तड़के करीब तीन बजे ठाकुर के आवास से निकलते देखा गया। सूत्रों के अनुसार ठाकुर के आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी में फिर से पहलवानों से मिलने की संभावना है।
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों पर WFI को गुरुवार को 72 घंटे के भीतर जवाब देने की समय सीमा दी गई है। मंत्रालय ने कहा कि अगर WFI अगले 72 घंटों के भीतर जवाब देने में विफल रहता है, तो वह राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के प्रावधानों के अनुसार महासंघ के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा। समय सीमा शनिवार को समाप्त हो रही है।
बता दें कि पहलवानों ने WFI अध्यक्ष और महासंघ के उसके कोचों द्वारा महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और महासंघ के कामकाज में कुप्रबंधन के आरोप लगाए हैं। बजरंग पुनिया ने गुरुवार को कहा कि हम कुश्ती महासंघ का पूर्ण परिवर्तन चाहते हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को भंग और पुनर्गठित किया जाना चाहिए। राज्य कुश्ती संघों में भी ऐसे लोग हैं जिनके WFI अध्यक्ष के साथ संबंध हैं। पहलवानों ने WFI अध्यक्ष के इस्तीफे और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
विनेश फोगट ने आरोप लगाया था कि WFI के पसंदीदा कोच महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं। उन्होंने कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने और टोक्यो ओलंपिक 2020 में उनकी हार के बाद उन्हें ‘खोटा सिक्का’ कहने का भी आरोप लगाया।
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि विरोध (Wrestlers Protest) करने वाले पहलवानों को पहले महासंघ से संपर्क करना चाहिए था।
सिंह ने यह भी दावा किया कि 97 प्रतिशत पहलवान WFI के साथ थे और जो विरोध प्रदर्शन में भाग ले रहे थे, उन पर ऐसा करने का दबाव डाला गया। WFI अध्यक्ष ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई है। अगर ऐसा कुछ हुआ है, तो मैं खुद को फांसी लगा लूंगा