बिहार के चर्चित और विवादित यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। आर्थिक अपराध इकाई मनीष को रिमांड लेने की तैयारी में जुट गई है। आज कोर्ट में EOU अर्जी दाखिल करेगी।
तमिलनाडु पुलिस भी मनीष को रिमांड पर लेने की तैयारी में है। इस बीच मनीष को सपोर्ट करने वाले भी जांच एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। पटना में पांच कोचिंग संस्थानों को चिन्हित किया गया है जिन्होंने मनीष की संस्था सचतक फाउंडेशन को डोनेशन दिया था।
इधर मनीष के समर्थकों पर भी जांच एजेंसियों का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। उससे हुई पूछताछ में पता चला है कि पटना के कई कोचिंग संस्थानों ने उसकी संस्था सचतक फाउंडेशन को फंडिंग की थी। मनीष के समर्थन में बैनर होर्डिंग लगाए गए थे। आर्थिक अपराध इकाई ने उन संस्थानों को चिन्हित कर लिया है। उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है। जांच प्रभावित होने की आशंका से उनके नाम पर खुलासा नहीं किया गया है।
तमिलनाडु में कथित तौर पर बिहारियों के साथ हिंसा और मारपीट मामले में फेक वीडियो बनाने और प्रसारित करने के आरोपी और बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल में है। इस बीच उसकी मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
अब उनके समर्थक भी जांच एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। आर्थिक अपराध इकाई उनके खिलाफ भी एक्शन ले सकती है। इस बीच ईओयू ने मनीष को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सोमवार को कोर्ट में इसके लिए अर्जी दायर की जाएगी। उधर तमिलनाडु पुलिस भी मनीष को रिमांड पर लेगी। TN पुलिस को रिमांड मिला तो उसे तमिलनाडु ले जाया जाएगा। तमिलनाडु में भी उस पर 2 केस दर्ज हैं।