बिहार की राजधानी पटना में गूगल पर ऑनलाइन कॉल गर्ल का नंबर सर्च करना 55 साल के बुजुर्ग को महंगा पड़ गया। साइबर ठगों ने पिस्टल के बल पर होटल में बुलाकर पीड़ित से 5 लाख रूपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है। दवा कंपनी में काम करने वाले एक 55 वर्षीय बुजुर्ग ने गूगल पर कॉल गर्ल उपलब्ध करवाने वाले ऑनलाइन सेक्स रैकेट से संपर्क किया। इसके बाद उन्हें कोतवाली थाना इलाके के फ्रेजर रोड स्थित एक होटल में बुलाया गया। वहां साइबर अपराधियों ने अधेड़ से एटीएम कार्ड के जरिये पांच लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिये।
ठगी का अहसास होने के बाद पीड़ित होटल के कमरे से बाहर निकले और आर्थिक अपराध इकाई की साइबर क्राइम सेल में सूचना दी। उन्होंने बैंक खातों को ब्लॉक करवाया। जिन तीन बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर हुए थे, उन्हें पीड़ित ने फ्रीज करवा दिया। ठगों ने पीड़ित के खाता फ्रीज करवाने से पहले तीनों अकाउंट से रुपए निकाल लिये थे। एसके पुरी स्थित कैनरा बैंक की शाखा में उन्हें जानकारी मिली कि खाते से से पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक और एक्सिस बैंक के खातों में रकम ट्रांसफर किये गये हैं। सेंट्रल बैंक के जिस खाते में रुपये ट्रांसफर किये गये हैं व
होटल पहुंचने के बाद पीड़ित ने गूगल पर दिये मोबाइल नंबर पर कॉल किया तो एक व्यक्ति वहां आया। उसने कहा ‘मैडम आ रही हैं तब तक एप लोड कीजिये’। इसके बाद पीड़ित ने एटीएम कार्ड की तस्वीर मोबाइल पर मंगवायी। युवक ने उन्हें एक एप लोड करने को कहा। फिर उसी एप के जरिये एटीएम कार्ड से रुपये ट्रांसफर करवा दिये। बाद में उन्हें पता चला कि कुल पांच लाख रुपये खाते से निकल गये हैं।
घटना बीते बुधवार की शाम साढ़े छह बजे की है। बुजुर्ग एक निजी दवा कंपनी में काम करते हैं। गुरुवार की शाम वे अपनी शिकायत लेकर कोतवाली थाने पहुंचे। पहले पीड़ित ने पुलिस को बताया कि लॉट्री के नाम पर उन्हें होटल में बुलाया गया और पिस्टल के बल पर एटीएम कार्ड से रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर करवा लिये गये।
इधर, मामला संदेहास्पद देख जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा जांच करने की बात कही तो पीड़ित ने सच्चाई बयां कर दी। उन्होंने पुलिस को बताया कि लोक-लाज के भय से वे झूठ बोल रहे थे। वहीं कोतवाली थानेदार संजीत कुमार ने बताया कि पुलिस इस घटना को अंजाम देने वालों की पहचान करने में जुटी हुई है।