मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के मूल स्वरूप में असंतुलन ठीक नहीं है। राज्य सरकार इसे लेकर गंभीर है। इसके मद्देनजर सभी जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तानों को सघन सत्यापन अभियान शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर नागरिक चाहता है कि उत्तराखंड का मूल स्वरूप बना रहे।
बीते 20-25 वर्षों में उत्तराखंड के डेमोग्राफी में तेजी से बदलाव आया है। भविष्य में ये स्थिति विकराल रूप धारण न कर ले, इसके लिए पुख्ता कदम उठाए जा रहे हैं। सीएम ने कहा कि सरकार का इरादा ऐसे संदिग्धों की पहचान करना है, जो अशांति की वजह बन रहे हैं। देशभूमि में लोग शांतप्रिय हैं लिहाजा, यहां किसी भी कीमत पर अशांति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जनसंख्या नियंत्रण कानून के बाबत पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पहले समान नागरिक संहिता को उत्तराखंड में लागू किया जाएगा। इसके ड्राफ्ट को लेकर स्टैक होल्डर से बातचीत चल ही है। उन्होंने कहा कि इसका ड्राफ्ट देश के लिए भविष्य में एक माडल बनेगा। उन्होंने फिर दोहराया कि समान नागरिक संहिता को लागू करने वाला उत्तराखंड देश में पहला राज्य होगा।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में सरकार ने प्रदेशभर में सघन जांच कराने का निर्णय लिया है। सीएम ने कहा कि सभी लोग धैर्य रखें और कानून अपने हाथ में ना लें, क्योंकि प्रशासन अपना काम पूरी तत्परता से कर रहा है।