Breaking News

गुजरात में चक्रवात ”बिपरजॉय” की दस्तक से पहले 75 हजार लोग निकाले गए, 76 ट्रेनें हुई रद्द

गुजरात के कच्छ जिले में बृहस्पतिवार को जखौ बंदरगाह के पास चक्रवात ”बिपरजॉय” की संभावित दस्तक से पहले राज्य प्रशासन ने तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर स्थानांतरित कर दिया है और बचाव एवं राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है।

👉यूपी में खुलेगा पहला हेरिटेज पार्क व रेल कोच रेस्टोरेंट, तेजी से चल रहा काम

मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर में सक्रिय चक्रवात के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ, सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई। मई 2021 में ”ताउते” चक्रवात के बाद दो साल के भीतर राज्य में आने वाला यह दूसरा चक्रवात होगा।

गुजरात में चक्रवात ”बिपरजॉय” की दस्तक से पहले 75 हजार लोग निकाले गए

आईएमडी के अनुसार, चक्रवात ”बिपरजॉय” बृहस्पतिवार शाम को ”बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान” के रूप में जखौ बंदरगाह के पास पहुंचेगा और इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।

गुजरात सरकार ने कहा है कि आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है। विज्ञप्ति के अनुसार, अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को, जबकि जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। साथ ही गुजरात के दो सबसे प्रसिद्ध मंदिर – देवभूमि द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर और गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर- बृहस्पतिवार को श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे।

एसईओसी के अनुसार, बुधवार सुबह समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में सौराष्ट्र और कच्छ जिले के 54 तालुक में 10 मिलीमीटर से ज्यादा पानी बरसा। इस अवधि के दौरान देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया तालुका में सबसे अधिक 121 मिमी बारिश हुई, इसके बाद द्वारका (92 मिमी) और कल्याणपुर (70 मिमी) में बारिश हुई।

पश्चिम रेलवे ने चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के बृहस्पतिवार की शाम गुजरात में टकराने के अनुमान की पृष्ठभूमि में एहतियात के तौर पर कुछ और रेलगाड़ियों की सेवा गंतव्य से पहले समाप्त करने का फैसला लिया है। पश्चिम रेलवे ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि चक्रवात के गुजरात तट पर पहुंचने के अनुमान के बाद यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और सात ट्रेन को रद्द किया गया है, तीन ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया जाएगा, जबकि चार अन्य ट्रेन को उनके तय स्टेशन से इतर स्टेशन से चलाया जाएगा।

चक्रवात के कारण अब तक 76 ट्रेन रद्द की गई हैं, 36 ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया जाएगा, जबकि 31 ट्रेन को उनके तय स्टेशन के बजाय दूसरे स्टेशन से चलाया जाएगा।

सरकार के अनुसार, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की 15, एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की 12, राज्य सड़क एवं भवन विभाग की 115 और राज्य बिजली विभाग की 397 टीम विभिन्न तटीय जिलों में तैनात की गई हैं। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात ”बिपरजॉय” के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की।

About News Room lko

Check Also

मेदांता अस्पताल पत्रकारों का करेगा रियायती दर पर इलाज, MOU किया हस्ताक्षर

लखनऊ। मेदांता हॉस्पिटल (Medanta Hospital) लखनऊ इकाई द्वारा 16 फरवरी को पत्रकारों के हितार्थ एक ...