नई दिल्ली। पर्यावरण एंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (ईपीसीए) के चेयरमैन भूरे लाल ने आनंद विहार और कौशांबी बस अड्डे का निरीक्षण किया और प्रदूषण Pollution के कारणों के बारे में पता लगाया। इस दौरान उन्होंने प्रदूषण फैलाने पर रेलवे पर पांच लाख रुपये के जुर्माने के आदेश दिए। चेयरमैन को आनंद विहार बस अड्डे के पास रेलवे द्वारा बनाई गई नई सड़क पर धूल-मिट्टी व जगह-जगह कूड़ा पड़ा मिला। रेलवे विभाग की ओर से निरीक्षण में कोई अधिकारी न आने से चेयरमैन आग बबूला हो गए।
दिल्ली Pollution से जूझ
उन्होंने कहा कि दिल्ली प्रदूषण Pollution से जूझ रही है और रेलवे को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा। उन्होंने दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (डीपीसीसी) को आदेश दिया कि प्रदूषण फैलाने के लिए रेलवे पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाए।
पटपड़गंज के उद्यमी एसके माहेश्वरी ने भूरे लाल को बताया कि प्रदूषण का मुख्य कारण आनंद विहार बस अड्डे और उसके आसपास की गई गलत प्लानिग है। प्लानिग करते समय कई सरकारी विभागों ने अपनी मनमर्जी से काम किया और किसी भी विभाग के बीच समन्वय नहीं रहा है। रेहड़ी पटरी वालों ने फुटपाथ पर अतिक्रमण किया हुआ है, वहीं आनंद विहार बस अड्डे के पास जो नई सड़क बनी है उसे रेलवे ने बंद किया हुआ है।
जिस कारण बस अड्डे के पुराने वाले गेट पर बसों का जाम लगा रहता है। इससे प्रदूषण कम ही नहीं हो रहा। समस्या सुनने के बाद भूरे लाल ने खुद जाकर इन समस्याओं को देखा और संबंधित विभागों को सख्त हिदायत दी कि दस दिन में समस्याओं को दूर करके रिपोर्ट उन्हें सौंपी जाए।