अमेरिका में स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी प्रतियोगिता जीतने वाले भारतीय मूल के 12 साल के ब्रुहत सोमा को भगवत गीता के 80 परसेंट श्लोक याद हैं। भगवत गीता याद करने वाले सातवीं क्लास के छात्र ब्रुहत ने कहा कि यह सिर्फ परमात्मा की कृपा के कारण ही है।
‘मैं ईश्वरीय शक्ति में विश्वास रखता हूं’
ब्रुहत ने बताया, ‘भगवत गीता उन्होंने प्राग्मा नाम के एक प्रोगाम के जरिए जानी। इसमें मुझे विष्णु, शरणमम और भागवत गीता के बारे में बताया गया। उन्होंने बताया कि भगवत गीता में 700 श्लोक है और उन्होंने ही मुझे पढ़ाया। जिसके बाद मैंने श्लोक याद कर लिए।’ उन्होंने बताया कि मैंने धीरे-धीरे भगवत गीता को याद करना शुरू किया, इसके बाद मैंने वर्तनी को अच्छे से पढ़ा। लेकिन अब पूरी भगवत गीता याद करूंगा। मैं ईश्वरीय शक्ति में विश्वास करता हूं, क्योंकि ईश्वर के कारण ही कई चीजें संभव हो पाती हैं।
‘जल्द ही भारत जाकर अपने रिश्तेदारों से मिलूंगा’
अपनी संस्कृति और अपने बारे में बताते हुए 12 साल के सोमा ने बताया कि वह तेलंगाना से हैं। मैं बहुत उत्साहित था कि भारत में रहने वाले रिश्तेदार उसको समर्थन कर रहे थे उन्होंने आगे हा कि वह जल्द ही किसी गर्मी या छुट्टी मिलने पर भारत में अपने रिश्तेदारों से मिलने जाएंगे। मेरे एक रिश्तेदार की शादी होने वाली है, तो जल्द ही मैं वापस जाऊंगा। हालांकि यह निर्भर करता है कि मुझे कब छुट्टी मिलती है लेकिन भारत जरूर जाऊंगा।
50 हजार अमेरिकी डॉलर को अच्छे काम के लिए दान देंगे
प्रतियोगिता में 50 हजार अमेरिकी डॉलर की धनराशि जीतने वाले ब्रुहत ने कहा कि वह इस पैसे को किसी अच्छे काम के लिए दान देंगे। उन्होंने बताया कि मैंने अभी यह नहीं सोचा है कि किस काम के लिए दान दूंगा, लेकिन यह किसी अच्छे उद्देश्य के लिए होगा।
‘भारत से इतना प्यार और समर्थन पाकर खुश हूं’
स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी जीतने के बाद खुशी का इहजार करते हुए ब्रुहत ने कहा, ‘जब मैंने चैंपियनशिप जीती मैं बहुत उत्साहित था। मैं बहुत खुश ता था कि मैं जिस चीज के लिए इतने सालों से मेहनत कर रहा था, आज वह सपना सच हो गया।’
भारतीय अमेरिकी होने के नाते ब्रुहत की जीत पर कई लोग भारत में उनका समर्थन कर रहे थे। एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि मेरे अधिकतर रिश्तेदार भारत में रहते हैं और उन्होंने मुझे वहां से मुबारकबाद भेजी। यह बेहद खुशी देना वाला पल था कि इतने सारे लोग, इतने सारे रिश्तेदार मुझे भारत से अपना प्यार और समर्थन भेज रहे थे।