नैनीताल: बाढ़ सुरक्षा कार्यों की अनदेखी से नाराज लोगों ने मंगलवार को देवखड़ी नाले को चैनलाइज करने का कार्य रोक दिया। इस दौरान लोगों ने अधिकारियों को खरीखोटी सुनाई। आरोप लगाया कि वन विभाग, प्रशासन उनकी बात मान लेता तो 120 परिवारों के घरों में मलबा नहीं घुसता। वन अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वह यहां पर आरसीसी दीवार और वायरक्रेट करेंगे। इसके बाद लोग शांत हुए और पोकलेन ने नाले को चैनलाइज करने का कार्य शुरू किया।
मंगलवार सुबह करीब 10 बजे पोकलेन ने देवखड़ी नाले को चैनलाइज करने काम शुरू ही किया था कि कृष्णा विहार, गायत्री कॉलोनी, देवकी विहार के लोगों ने विरोध जताते हुए पोकलेन को कार्य नहीं करने दिया। उधर समझाने पहुंचे रामनगर के डीएफओ दिगांथ नायक, एसडीएम हल्द्वानी परितोष वर्मा और तहसीलदार सचिन कुमार के सामने रोष जताया। आरोप लगाया कि वह लंबे समय से नाले से मलबा निकालने और वायरक्रेट लगाने की मांग कर रहे हैं। इसके बाद भी अधिकारियों ने इसकी सुध नहीं ली। कहा कि वायरक्रेट लग जाते तो यह नुकसान नहीं होता। लोगों ने नाले से मलबा निकालने, आरसीसी दीवार बनाने और वायरक्रेट लगाने की मांग की। वन विभाग की ओर से वायरक्रेट लगाने और दीवार बनाने के आश्वासन के बाद आपदा प्रभावित लोग माने। इसके बाद पोकलेन ने दोबारा काम शुरू किया।
150 परिवार के सामने पेयजल संकट
हल्द्वानी के देवखड़ी नाले में बरेला आम, आमपानी और दुर्गली बामड़ नाला मिलते हैं। आमपानी नाले के ऊपर पानी का स्रोत है। यहां से 150 घरों में पानी की सप्लाई होती है। इसमें से करीब 35 परिवार ऐसे हैं जिन्होंने स्रोत से सीधे पानी का कनेक्शन लिया है। सोमवार शाम नाले के रौद्र रूप लेने से पेयजल लाइन बह गई। मंगलवार सुबह पानी नहीं आने पर लोग पानी का कनेक्शन जोड़ने में जुटे रहे। मुख्य पेयजल लाइन विभाग अब तक नहीं जुड़वा पाया है। टांगर निवासी गिरीश सनवाल ने बताया कि इससे पूर्व भी पानी के कारण उनकी पेयजल लाइन बह गई थी।
डीएफओ बोले प्रस्ताव भिजवाएं, तब निकल पाएगा मलबा
रामनगर डीएफओ दिगांथ नायक ने निर्वतमान मेयर जोगेंद्र रौतेला से कहा कि आप प्रस्ताव भिजवाइए। हम इसे भारत सरकार को भेजेंगे। वहां से अनुमति मिलने के बाद देवखड़ी नाले से मलबा निकालने का कार्य होगा।