इस्लामाबाद में रविवार को भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए। दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पीटीआई पार्टी के समर्थक राष्ट्रीय राजधानी में बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी में हैं। सरकार ने इस विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए शहर की प्रमुख सड़कों को बंद कर दिया है और कुछ इलाकों में मोबाइल व इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं हैं। इमरान खान बीते एक साल से ज्यादा समय से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।
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विरोध रैली में इमरान खान की पत्नी बुशरा नहीं शामिल
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने जनता से ‘गुलामी की बेड़ियां तोड़ने’ के लिए रैली में शामिल होने का आह्वान किया था। इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के नेतृत्व में एक काफिला पेशावर से इस्लामाबाद की ओर रवाना हुआ। हालांकि, बाद में जिओ न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया कि बुशरा बीबी इस रैली में भाग नहीं ले रही हैं।
मांग पूरी करना वरना बांग्लादेश जैसी होगी स्थिति-मुहम्मद अली सैफ
खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मुहम्मद अली सैफ ने बताया कि विरोध प्रदर्शन में रुकावट डालने के लिए संघीय सरकार ने कई कदम उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने विरोध सामग्री पर गोलीबारी करने की भी कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास अभी समय है कि वह पीटीआई की मांगों को पूरा करे, अन्यथा बांग्लादेश जैसी स्थिति हो सकती है, जहां छात्र आंदोलन ने शेख हसीना सरकार का तख्तापलट कर दिया।
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विभिन्न शहरों से इस्लामाबाद के लिए रवाना हुए पीटीआई समर्थक
पाकिस्तानी मीडिया की खबरों के मुताबिक, पीटीआई समर्थक विभिन्न शहरों से इस्लामाबाद के लिए रवाना हुए। लेकिन राजधानी पुलिस ने किसी को भी शहर में घुसने नहीं दिया और फैजाबाद क्षेत्र में 16 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया। इस बीच, इटरनेट ट्रेकिंग मॉनिटर ‘नेटब्लॉक्स’ ने एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि पाकिस्तान में व्हाट्सएप के बैकएंड को प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिससे फोटो और वीडियो को साझा करने में मुश्किलें आ रही हैं।