लखनऊ। आज डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ के इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी, द्वारा पांच दिवसीय (21 से 25 नवम्बर 2024) राष्ट्रीय फार्मासिस्ट सप्ताह के समापन के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
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इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कुलपति आचार्य संजय सिंह ने कहा कि फार्मासिस्ट आम जनता को चिकित्सा उत्पादों की सही और सुरक्षित जानकारी उपलब्ध करने के लिए जिम्मेदार है। एक फार्मासिस्ट की यह नैतिक जिम्मेदारी भी बनती है, इस लिए मेरी आपसे अपील है कि समाज को ठीक रखिए और स्वयं भी ठीक रहिए।
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कुलपति ने इस अवसर पर फार्मासिस्ट को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए छात्रों को बेहतर तरीके से पठन पाठन और अपने विषयो में आत्मविश्वास पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया, साथ इस वर्ष विश्व फार्मेसी दिवस की थीम “थिंक हेल्थ थिंक फार्मेसी केयर इज बेटर देन क्योर ” के बेस पर सभी को स्वास्थ के प्रति जागरुक रहने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में एक औषधीय उद्यान का भी उद्घाटन किया। इस उद्यान में नीम, तुलसी, अश्वगंधा, ऐलोवेरा, लतजीरा आदि के पौधे रोपित कर सभी को इनके लाभ के बारें में जागरूप किया गया।
फार्मेसी इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रो भरत मिश्रा ने मुख्य अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया, और कार्यक्रम मंच से अपने विचार साझा करते हुए सभी को राष्ट्रीय फार्मासिस्ट सप्ताह की शुभकामनाएं दी। विश्वविद्यालय रजिस्टार रोहित सिंह जल के महत्व को साझा करते हुए अपने विचार रखे।
कुलानुशासक एवं विश्वविद्यालय डीन प्रो चन्द्र कान्त दीक्षित ने फार्मेसी जगत में दवाओं का महत्व एवं उनकी खुराक के बारे में बताया। कार्यक्रम का नेतृत्व फार्मेसी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर दीप्ति द्विवेदी द्वारा एवं कार्यक्रम का मंचसचालन कृतिका सिंह द्वारा किया गया।
राष्ट्रीय फार्मासिस्ट सप्ताह पर संस्थान द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे राष्ट्रीय फार्मासिस्ट सप्ताह रैली, फार्मेसी क्विज़, नुकड़ नाटक, वाद -विवाद, रंगोली आदि प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया एवं बहेतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरुस्कृत किया गया।
इस अवसर पर अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो वी के सिंह, अधिष्ठाता प्रो चन्द्र कान्त दीक्षित एवं विश्वविद्यालय रजिस्टार रोहित सिंह, उपकुलसचिव अनिल मिश्र ने उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में एसोसियेट प्रोफ़ेसर डॉ आशुतोष यादव, असिस्टेंट प्रोफेसर दीप्ति द्विवेदी, डॉ संजय यादव, आशुतोष पाठक, डॉ सलमान और समस्त छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में भेसज संस्थान के निदेशक डॉ भरत मिश्रा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।