सर्दियों के दौरान बाजरा का सेवन अधिक होता है, यह सेहत के साथ ही बॉडी को गर्म रखता है। वैसे तो बाजरा एक महत्वपूर्ण एवं पौष्टिक अनाज है, इसकी सर्वाधिक खेती राजस्थान में होती है। बाजरा अपने अत्यधिक पौष्टिक गुणों और विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। बाजरे के माध्यम से सैकड़ों व्यंजन बनाए जा सकते हैं, हालांकि बाजरे की रोटी सबसे लोकप्रिय है। सर्दियों के दौरान बाजरे की रोटी शरीर को गर्म रखने में मदद करती है। इसके अलावा बाजरे की खिचड़ी, बाजरे का दलिया और बाजरे के लड्डू भी आमतौर पर बनाये जाते हैं।
बाजरा आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और विटामिन बी से भरपूर होता है। जो मैग्नीशियम, फास्फोरस और विटामिन बी से भरपूर है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्त्रोत पाया जाता है। बाजरे में फाइबर की अधिक मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करता है।
बाजरा खाने के फायदे
पाचन में सुधार
बाजरे में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को बढ़ावा देता है और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। यह आंतों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है।
हार्ट स्वस्थ रखता
बाजरा में मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिज होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रोग के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। बाजरे के नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कंट्रोल में रहता है, यह समग्र ह्रदय स्वास्थ्य में सुधार होता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
बाजरा के सेवन से डायबिटीज का स्तर कंट्रोल किया जा सकता है, क्योंकि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसका मतलब है कि यह शरीर में धीरे-धीरे शर्करा में तबदील हो जाता है। इसके साथ ही यह रक्त शर्करा के स्तर में अचानक वृद्धि को रोकने में मदद करता है, बाजरा टाइप 2 डायबिटीज वाले व्यक्तियों के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प बन जाता है।
वजन घटाने में मदद मिलती
बाजरा अपने उच्च फाइबर और प्रोटीन सामग्री के कारण ही वजन घटाने में सहायक होता है। इसके सेवन से पेट काफी लंबे समय तक भरा हुआ रहता है।
हड्डियां रहती मजबूत
बाजरा में कैल्शियम और फास्फोरस से भरपूर होता है, इसलिए इससे हड्डियां मजबूत रहती है। इसके अलावा गठिया और हड्डी से संबंधित अन्य समस्याओं जैसी स्थितियों को रोकने में मदद मिलती है।