जौनपुर निवासी और बेंगलुरु में कार्यरत एआइ इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या प्रकरण में छानबीन के लिए गुरुवार की देर शाम बेंगलुरु से आई चार सदस्यीय पुलिस टीम स्थानीय पुलिस को साथ लेकर शुक्रवार की सुबह अपने काम में जुट गई। टीम ने करीब 11 बजे मधारे टोला में (खोवा मंडी) गली स्थित अतुल सुभाष की ससुराल वाले भवन पर नोटिस चस्पा किया। इसमें तीन दिन में उपस्थित होने के समय दिया है। करीब लगभग आधे घंटे की कार्रवाई के दौरान पुलिस ने गली में दोनों तरफ से लोगों का आना-जाना पूरी तरह रोके रखा।
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इसके पश्चात टीम मृत अतुल सुभाष की पत्नी निकिता द्वारा दायर दहेज उत्पीड़न व भरण-पोषण संबंधित लंबित मुकदमों के बारे में पड़ताल करने दीवानी न्यायालय पहुंची। वहीं बेंगलुरु में कार्यरत टेक इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में उनके ससुराल वाले कथित तौर पर घर छोड़कर फरार हो गए हैं। यह घटनाक्रम अतुल सुभाष की आत्महत्या की कवरेज को लेकर आरोपी परिवार द्वारा पत्रकारों को धमकाने के एक दिन बाद सामने आया है।
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अतुल से अलग हो चुकी उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के परिवार का नाम बेंगलुरु पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में शामिल था। निकिता समेत उनके परिवार वालों पर अतुल सुभाष को आत्महत्या के लिए उकसाने का इल्जाम है। उन सभी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 और 3(5) के तहत आरोप लगाए गए थे।
बता दें अतुल सुभाष ने सोमवार 09 दिसंबर को अपने घर पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। उन्होंने 24 पन्नों के सुसाइड नोट में अपनी परेशानी का जिक्र किया है। उन्होंने अपनी पत्नी, उनके परिवार और यूपी के एक जज के हाथों सालों तक उत्पीड़न, यातना, इमोशनल डिस्ट्रेस और अपमान सहने के बाद यह कदम उठाया।