लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ ‘संस्कृतिकी’ ने स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के प्रोत्साहन में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर मनुका खन्ना (प्रति कुलपति) द्वारा स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। उन्होंने इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद के विचारों को याद करते हुए अपने विचार साझा किए। प्रोफेसर अंचल श्रीवास्तव, निदेशक संस्कृतिकी, ने राष्ट्रीय युवा दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं को युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया।
हालांकि वर्तमान में विश्वविद्यालय में चल रही परीक्षाओं के कारण प्रतियोगिताएं जैसे वाद-विवाद, आशुकथन और निबंध लेखन 15 जनवरी 2025 को आयोजित की जाएंगी। ये प्रतियोगिताएं छात्रों को स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं और विचारधारा को समझने और अपनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेंगी।
इस आयोजन में विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों का उत्साह देखने लायक था। कार्यक्रम में शिक्षक, कर्मचारी, और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित हुए, जिन्होंने ठंडी और बारिश भरे मौसम के बावजूद अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद के संदेश को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के विश्वविद्यालय के प्रयासों का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।इस आयोजन ने युवाओं को प्रेरित करने और स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।