पूर्वी लेबनान के बेका घाटी क्षेत्र में अज्ञात बंदूकधारियों ने मंगलवार को हिजबुल्ला नेता शेख मुहम्मद अली हम्मदी की गोली मारकर हत्या कर दी। टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार हिजबुल्ला के स्थानीय कमांडर हम्मदी को पश्चिमी बेका जिले के मचघरा में उनके घर के पास छह बार गोली मारी गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हम्मदी को पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ ही देर में इलाज के दौरान मौत हो गई।
बताया जाता है कि पारिवारिक झगड़े के संदेह में घटना को अंजाम दिया गया है। लेबनानी अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू कर दी है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट में हत्या के पीछे इस्राइल का हाथ बताया जा रहा है। मोहम्मद अली हम्मदी यूएस की संघीय एजेंसी एफबीआई के मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में भी शामिल था। उसने एथेंस से रोम जा रहे 153 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों वाले विमान को हाईजैक कर लिया था।
युद्ध विराम समझौता खत्म होने से पहले की गई हत्या
बीते साल नवंबर में इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच युद्धविराम समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत दोनों पक्षों में 13 माह से चल रही लड़ाई बंद हुई थी। समझौते के तहत दक्षिणी लेबनान में लेबनानी आर्मी को तैनात किया जाना था और हिजबुल्ला और इस्राइल अपनी-अपनी सेनाएं हटाएंगे। हालांकि दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे पर समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया था।
समझौते के तहत इस्राइल को 26 जनवरी तक दक्षिणी लेबनान से अपने सैनिकों को वापस बुलाना है। इस बीच हिजबुल्ला को इस्राइल की सीमा से लिटानी नदी के उत्तर में पीछे हटना होगा। जैसे ही इस्राइली सेना दक्षिणी लेबनान से हटेगी, लेबनानी सेना इन खाली क्षेत्रों में हजारों सैनिकों को तैनात करेगी। इसके साथ ही लेबनानी सेना दक्षिणी लेबनान में पहले से ही मौजूद संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक बल को भी तैनात करेगी। अब हिजबुल्ला नेता की हत्या के बाद समझौते पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं।