मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के सीनियर रेडियोलॉजिस्ट प्रो राजुल रस्तोगी ने एशियन ओशियनियन कॉग्रेंस ऑफ रेडियोलॉजी-एओसीआर और इंडियन रेडियोलॉजीकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन-आईआरआईए के संयुक्त तत्वावधान में चेन्नई ट्रेड सेंटर, चेन्नई में हुई चार दिनी इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में पांच रिसर्च पेपर्स प्रजेंट करने के संग-संग दो व्याख्यान भी दिए।
इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में प्रो रस्तोगी ने डिसऑर्डर्स ऑफ सेक्सुअल डवलपमेंट-रोल ऑफ इमेजिंग और माय लर्निंग केस/टेक होम मैसेज- सिस्ट इन द किडनी-3 महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर दो व्याख्यान दिए। साथ ही रोल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन प्रीडिक्टिंग फ्यूचर कोर्स ऑफ एपिलेप्सी, रोल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन डिटेक्टिंग वेंट्रिकुलोमेगाली ऑफ क्लीनिकल सिग्निफिकेंश, रोल ऑफ एमआरआई इन इवेल्युएटिंग लिवेटर हाइएटस इन फीमेल्स विद पेल्विक फ्लोर डिस्फंगक्शन, रोल ऑफ पोस्टकंट्रास्ट एमआरसीपी इन बिलीएरी ट्रैक्ट पैथोलॉजीज़, रोल ऑफ अल्ट्रासाउंड कंट्रास्ट एजेंट्स इन फोकल हैपेटिक लीशन आदि पर पांच रिसर्च पेपर्स भी प्रस्तुत किए।
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इस इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में 65 देशों के करीब 7000 रेडियोलॉजिस्ट ने प्रतिभाग किया। आईआरआईए के चेन्नई एंड पांडुचेरी चैप्टर की ओर से हुई यह कॉन्फ्रेंस एओसीआर की 23वीं एंड आईआरआईए की 77वीं एनुअल कॉन्फ्रेंस थी। इस कॉन्फ्रेंस में भारत के अलावा जापान, इटली, यूके, सिंगापुर, मलेशिया, साउथ कोरिया, आस्ट्रेलिया, अमेरिका, साउथ अफ्रीका, सउदी अरब, कनाडा, हांगकांग, केन्या, इजिप्ट, उज्बेकिस्तान आदि देशों के जाने-माने रेडियोलॉजिस्ट ने शिरकत की।
उल्लेखनीय है, प्रो रस्तोगी को रेडियोलॉजी में 24 सालों का लंबा अनुभव है। वह 10 बरस से टीएमयू में अपनी सेवाएं दे रहे है। प्रो रस्तोगी, 2024 में यूरोपियन कॉग्रेंस ऑफ रेडियोलॉजी-ईसीआर की ऑस्ट्रिया, इंटरनेशनल कॉग्रेंस ऑन एमआरआई-आईसीएमआरआई की साउथ कोरिया में इंटरनेशल कॉन्फ्रेंस के संग-संग इंडियन रेडियोलॉजिकल इमेजिंग एसोशिएशन-आईआरआईए की विजयवाड़ा की नेशनल और आरआईसीओएन-2024 की स्टेट कॉन्फ्रेंस में अपने रिसर्च पेपर्स/व्याख्यान दे चुके हैं।
प्रो राजुल ने हाल ही में आईआईआईटी हैदराबाद से एआई इन हैल्थकेयर का सर्टिफिकेट कोर्स भी किया है। प्रो राजुल अब तक 15 देशों की विजिट कर चुके हैं। वह करीब 110 विभिन्न नेशनल और इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में लगभग 200 से अधिक रिसर्च पेपर प्रस्तुत कर चुके हैं। उल्लेखनीय है, प्रो रस्तोगी के 201 पब्लिकेशन्स भी नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं।
लगभग 731 से अधिक शोधार्थी इनका संदर्भ ले चुके हैं। इसके अलावा रेडियोलॉजी एंड दीगर सब्जेक्ट्स बुक्स पर प्रो राजुल के करीब 15 टेक्सट बुक्स में करीब 55 चैप्टर्स भी प्रकाशित हैं। इंटरनेशनल स्तर के छह और नेशनल स्तर के करीब एक दर्जन से अधिक अवार्ड भी प्रो रस्तोगी की झोली में शामिल हैं।