इस वर्ष भारत और जापान अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मनाने जा रहें हैं। इसको लेकर दोनों देशों ने अपना विशेष लोगो बनाने का फैसला किया है। इस बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान जारी कर जानकारी दी है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने सितंबर 2021 में शुरू की थी प्रतियोगिता।
विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत और जापान ने 28 अप्रैल 1952 को राजनयिक संबंध स्थापित किये थे। 2022 में दोनों देश राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70 वर्ष हो जाएंगे। इस ऐतिहासिक अवसर को विशेष बनाने के लिये दोनों देश अपना लोगो बनाएंगे। जापानी पक्ष ने अगस्त 2021 में अपना लोगो लॉन्च किया था।
वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने लोगो को डिजाइन करने के लिये सितंबर 2021 में एक डिजाइन प्रतियोगिता शुरू की थी। इसके लिए MYGOV पोर्टल के माध्यम से जनता से प्रविष्टियां आमंत्रित की गईं थी। इसे विदेश मंत्रालय के वाह्य प्रचार प्रभाग और टोक्यो में स्थित भारतीय दूतावास ने प्रचारित भी किया गया था।
इस पर कुल 1131 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। एक स्क्रीनिंग कमेटी ने प्रतियोगिता के मापदंडों के आधार पर इन प्रविष्टियों का मूल्यांकन किया और प्रथम पुरस्कार विजेता प्रविष्टि के रूप में एक लोगो को चुना है। मंत्रालय के अनुसार 70वीं वर्षगांठ पर दोनों देश कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे। इनमें भारत-जापान द्विपक्षीय संबंधों के विविध क्षेत्रों को शामिल करते हुए सांस्कृतिक गतिविधियां, प्रदर्शनियां और सेमिनार शामिल हैं। ये भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी की पूरी क्षमता का एहसास करने के लिये सभी हितधारकों की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
गुजरात के अनूप का लोगो हुआ चयनित: चयनित लोगो को गुजरात के अनूप देव पूर्ति ने बनाया है। पूर्ति ने गुजरात के सरदार पटेल विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) की पढ़ाई की है। उन्हें ई-लर्निंग, यूआई और वेबसाइट डिजाइन में व्यापक अनुभव है।
दोनों देशों के बीच दोस्ती के बंधन का प्रतीक है लोगो: लोगो में एक मोर और एक हरे तीतर को दर्शाया गया है, जो क्रमशः भारत और जापान के राष्ट्रीय पक्षी हैं। हरा तीतर अपनी पूंछ के साथ अंक 7 बनाता है और मयूर शून्य बनाता है। लोगो दोनों देशों के बीच दोस्ती के बंधन का प्रतीक है।