हर किसी के चेहरे पर प्रेग्नेंसी की खबर मुस्कान ले आए, ऐसा जरूरी नहीं होता है। क्योंकि अगर प्रेग्नेंसी प्लान नहीं की जाए तो पति-पत्नी की जिम्मेदारी उठाने के लिए नहीं तैयार हैं, तो यह खबर चिंता का कारण बन सकती है। इसलिए कपल को अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए कुछ उपायों पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे में अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए पति-पत्नी को क्या सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही अगर आप लापरवाही में प्रेग्नेंट हो गई हैं, तो उसके लिए क्या करना चाहिए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि अनचाही प्रेग्नेंसी से कैसे बचा जा सकता है।
अनचाही प्रेग्नेंसी का कारण
वैसे तो अनचाही प्रेग्नेंसी के कई कारण हो सकते हैं। क्योंकि इनमें से एक बड़ी वजह ‘सेफ पीरियड’ को सुरक्षित समझने की गलती है। आमतौर पर पीरियड्स शुरू होने के 10 दिन और खत्म होने के 5 दिन के बाद का समय ‘सेफ पीरियड’ माना जाता है। लेकिन इसको पूरी तरह से सेफ नहीं कहा जा सकता है।
हालांकि महिला का पीरियड साइकिल अलग होता है। ऐसे में सेफ पीरियड को सुरक्षित नहीं कहा जा सकता है। अगर आप बेबी प्लान नहीं करना चाहते तो सेफ पीरियड में कॉन्ट्रासेप्शन का इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं किसी भी गर्भनिरोधक को भी पूरी तरह से सेफ नहीं माना जा सकता है। पूरी सावधानी बरतने के बाद भी महिला प्रेग्नेंट हो सकती हैं।
अनचाही प्रेग्नेंसी से कैसे बचें
कोई भी गर्भ निरोधक पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होता है। इसलिए कपल को अनचाही प्रेग्नेंसी से बचने के लिए अलर्ट रहना चाहिए। वहीं अगर महिला के पीरियड्स मिस हो जाएं, तो फौरन प्रेग्नेंसी टेस्ट कर लें। हालांकि कई बार बिना प्लान के कपल शारीरिक संबंध बना लेते हैं और जिसका परिणाम प्रेग्नेंसी हो सकती है। इसलिए ऐसी स्थिति से बचने की कोशिश करनी चाहिए। हालांकि अगर आपने बिना प्लान के शरीरिक संबंध बनाए हैं तो आप इमरजेंसी पिल्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। लेकिन इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
प्रेग्नेंसी का कैसे पता लगाएं
महिला के पीरियड्स मिस होना प्रेग्नेंसी का सबसे बड़ा संकेत है। इसके अलावा थकान, उल्टी, मतली, भूख कम होना या ज्यादा लगना और बार-बार पेशाब जाना आदि भी प्रेग्नेंसी की ओर संकेत करते हैं। अगर यह सारे संकेत आपके साथ भी हो रहे हैं, लेकिन आप मानसिक तौर पर प्रेग्नेंसी के लिए तैयार नहीं है। तो आपको फौरन गायनेकोलॉजिस्ट से मिलकर प्रेग्नेंसी की जांच करानी चाहिए। वहीं ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड के जरिए भी प्रेग्नेंसी का पता लगाया जा सकता है।
अनचाही प्रेग्नेंसी में क्या करना चाहिए
हालांकि अनचाही प्रेग्नेंसी किसी भी उम्र में हो सकती है। कई महिलाएं 45 की उम्र के बाद यानी की पेरीमेनोपॉज फेज में अनचाही प्रेग्नेंसी में उलझ सकती हैं। अगर महिला प्रेग्नेंसी के लिए तैयार नहीं है तो यह उनको मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक तौर पर परेशान कर सकता है। क्योंकि प्रेग्नेंसी एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और बच्चे की प्लानिंग के लिए कपल का मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक और आर्थिक रूप से तैयार होना चाहिए। क्योंकि अनप्लांड प्रेग्नेंसी कपल को मुश्किल में डाल सकती है।
प्लान करें हेल्दी प्रेग्नेंसी
बता दें कि प्रेग्नेंसी प्लान करने से पहले कपल्स को आपस में बात करनी चाहिए कि क्या आप अभी बच्चे की जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं। अगर आप दोनों वर्किंग हैं तो क्या आपके पास फैमिली सपोर्ट है। इसके लिए डॉक्टर से मिलकर पति-पत्नी अपनी जांच कराएं। साथ ही यह भी चेक कराएं कि आप दोनों शारीरिक रूप से स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के लिए तैयार व हेल्दी हैं। अगर चीजें आपके अनुकूल हैं, तो आपको बच्चे के स्वागत के लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए। हालांकि कई बार बहुत देर करने पर प्रेग्नेंसी में मुश्किलें आ सकती हैं। अगर आप पेरेंट्स बनने के लिए तैयार हैं, तो आप अपनी अनचाही प्रेग्नेंसी को हेल्दी प्रेग्नेंसी में बदल सकते हैं।