कर्नाटक में सियासी उठापटक के बीच आज बीएस येदियुरप्पा ने विधानसभा में विश्वासमत हासिल कर दिया। वहीं, इसके तुरंत बाद ही विधानसभा स्पीकर के आर रमेश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। रमेश कुमार ने कहा कि वे अपने पद को छोड़ना चाहते हैं। फिलहाल उनके इस्तीफे के बाद डिप्टी स्पीकर इस पद को संभालेंगे।
बीजेपी स्पीकर रमेश कुमार को उनके पद से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने पर भी विचार कर रही थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अगर रमेश कुमार स्वेच्छा से इस्तीफा नहीं देते तो पार्टी उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी ला सकती थी। अब रमेश कुमार के इस्तीफे के बाद सदन की कार्यवाही चलाने की जिम्मेदारी डिप्टी स्पीकर के कंधों पर होगी। जेडीएस के एम कृष्णा रेड्डी कर्नाटक विधानसभा में डिप्टी स्पीकर हैं।
येदियुरप्पा ने हासिल किया बहुमत
इसके पहले, आज बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट जीत लिया। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर बीएस येदियुरप्पा ने विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया, जिसपर विपक्ष ने मत विभाजन की मांग नहीं की और इस तरह येदियुरप्पा सरकार फ्लोर टेस्ट में पास हो गई। बीएस येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए 104 विधायकों की जरूरत थी और बीजेपी के पास खुद के 105 विधायक हैं। सदन में विपक्ष ने मत विभाजन की मांग नहीं की।
सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश करते हुए बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि वे बदले की भावना से काम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जब सिद्धारमैया और कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे, उन्होंने बदले की राजनीति नहीं की थी, प्रशासन नाकाम रहा, और हम उसे सही कर देंगे। उन्होंने कहा कि वे राज्य के किसानों के लिए काम करना चाहते हैं। उन्होंने विपक्ष से साथ मिलकर काम करने की अपील की। वहीं, पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि आप लोग (बीजेपी) सरकार में हैं, विधायकों पर इस्तीफे का दबाव बनाना खत्म कीजिए, अगर सरकार अच्छा काम करती है तो वे उसका समर्थन करेंगे।