महाराष्ट्र में सियासी घमासान थमने का रास्ता नजर आ रहा है। राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने देवेंद्र फड़नवीस को सरकार बनाने का न्योता दिया है। उन्हें 11 नवंबर तक अपना बहुमत साबित करना होगा। फड़नवीस ने शुक्रवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट लगातार चला आ रहा था। यहां गत 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव हुए थे। 24 अक्टूबर को आए परिणाम के बाद भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई। भाजपा और शिवसेना का गठबंधन चुनाव में तो जीत गया, लेकिन शिवसेना प्रमुख उद्भव ठाकरे 50-50 के फार्मूले पर अड़ गए। वे आदित्य ठाकरे को ढाई साल तक सत्ता दिलाना चाहते थे जो कि वर्ली से जीतकर आए हैं। इस बात पर शिवसेना और भाजपा में लगातार खींचतान चली आ रही थी।
एनसीपी के नवाब ने कहा राज्यपाल यह सुनिश्चित करें कि हार्स ट्रेडिंग ना हो-
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक ने कहा है कि, महाराष्ट्र के राज्यपाल ने भाजपा को राज्य में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। लेकिन राज्यपाल को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भाजपा के पास बहुमत है या नहीं, अन्यथा हार्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद-फरोख्त) हो सकती है। मलिक बोले, इसके बावजूद, अगर भाजपा राज्य में सरकार बनाती है, तो हम सदन के पटल पर भाजपा के खिलाफ मतदान करने जा रहे हैं।
यदि भाजपा सरकार गिरती है, तो राज्य के हित में हम वैकल्पिक सरकार बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि, हम देखेंगे कि भाजपा सरकार को रोकने के लिए शिवसेना सदन में भाजपा के खिलाफ वोट करती है या नहीं। हम एक वैकल्पिक सरकार का समर्थन करने पर विचार करेंगे। हमने 12 नवंबर को अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। शरद पवार भी उस बैठक में शामिल होंगे।