चाहे लड़का हो या लड़की मास्टरबेशन की जरूरत हर किसी को होती है. मास्टरबेशन आज हर अधिकतर लोग करते हैं. इससे उन्हें आत्मसंतुष्टि मिलती है जिससे वो खुद को रिलैक्स करते हैं. नैतिक रूप से लोग इसे गलत मानते हैं और समझते हैं कि इसका शरीर पर बुरा असर पड़ता है. मास्टरबेशन यानी हस्तमैथुन कोई नई बात नहीं है, बल्कि 18वीं सदी में इसके बारे में पहली बार सुना गया था. अगर आप सोचते हैं कि ये क्रिया अभी से शुरू हुई है तो आप गलत हैं. हम आपको बता देते हैं इसके बारे में. वहीं महिलाओं को मास्टरबैशन करना भी जरुरी होता है. इससे उन्हें कई फ़ायदे होते हैं.
इंडियाना यूनिवर्सिटी के नैशनल सर्वे ऑफ सेक्शुअल हेल्थ ऐंड बिहेवियर में सामने आया कि 25 वर्ष से 29 वर्ष के बीच की सिर्फ 7.9 फीसदी महिलाएं हफ्ते में दो से तीन बार मास्टरबेशन करती हैं, जबकि 23.4 फीसदी पुरुष हफ्ते में दो से तीन बार मास्टरबेशन करते हैं. इंटरव्यू में मास्टरबेशन यानी हस्तमैथुन के फायदे बताए थे और कहा था कि हर महिला को मास्टरबेशन करना चाहिए.
होते है ये फायदे:
एक्सपर्ट के अनुसार, प्लेजर से खुशी मिलती है. मास्टरबेशन करने से ऑर्गेज्म होता है और ऑर्गेज्म की अवस्था में डोपामीन और ऑक्सिटोसिन नाम के ऐंडोमॉर्फीन रिलीज होते हैं जो मूड को सुधारते हैं.
मास्टरबेशन सेक्शुअल टेंशन को रिलीज करता है और स्ट्रेस को भी कम करता है. इसके अलावा इसकी वजह से नींद भी अच्छी आती है.