गोरखपुर। कच्ची शराब कीधधक रही अवैध शराब की भट्ठियां जिले में कानून व्यवस्था के लिए लागातार खतरा बन गई है। जनपद के चिलुआताल थाना क्षेत्र में कच्ची शराब की भट्ठियों के साथ आबादी से सटी शराब की सरकारी दुकान खुलने को लेकर महिलाओ के प्रदर्शन और पुलिस पर हमले से माहौल बिगड़ा था उम्मीद थी कि पुलिस इसे गंभीरता से लेगी पर नौसढ चैराहे के सामने हाइवे पर फिर कुछ इसी तरह की घटना दोहराई गई तिवारीपुर थाना क्षेत्र का बहरामपुर दक्षिणी गांव कच्ची शराब के लिए पहले से बदनाम है छपिया के रामू के मौत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करने का भरोसा देकर लोगो का गुस्सा शांत करने की बजाय मिर्गी के दौरे से रामू की मौत बताकर लोगो के गुस्से को भड़का दिया अब जब घटना सामनेआ गई तब भी पुलिस उसी बात पर कायम है वह भी तब जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे भी मौत की बजह स्पष्ट नही हो पाई शव रखकर हाइवे जाम करने के मामले मे पुलिस का दावा है कि कच्ची शराब के खिलाफ लोगो ने हाईवे जाम कर पथराव नही किया बल्कि कच्ची शराब बंद होने के बाद बौखलाए कारोबारियों ने कार्रवाई के गुस्से में पुलिस पर पथराव किया है। पुलिस का दावा है कि दस जुलाई को पुलिस टीम ने बहरामपुर में बड़ी कार्रवाई की थी कच्ची शराब की भट्ठियों को नष्ट किया था ।
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