लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने प्रदेश सरकार द्वारा 25 हजार होमगार्डो की सेवाएं हटाने के फैसले को गलत करार देते हुये कहा कि इससे प्रदेश में अराजकता का माहौल पैदा होगा, क्योंकि त्यौहार के दौरान ऐसा करने से 25 हजार होमगार्ड ही नहीं बल्कि 25 हजार परिवार भी प्रभावित होंगे।
उन्होने कहा, इस पर्व के अवसर पर उ.प्र. सरकार ने अचानक कानून व्यवस्था में सहायक सिद्व होने वाले 25 हजार होमगार्डो के परिवार को निराशावादी फरमान जारी कर दिया है।
श्री दुबे ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने ढाई वर्ष के कार्यकाल में एक भी युवाओं को रोजगार देने का काम तो किया नहीं बल्कि रोजगार छीनने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था नियंत्रण प्रणाली में अहम योगदान देनेे वाले होमगार्डो की डयूटी समाप्त करने से देश एवं प्रदेश की व्यवस्था नियंत्रण प्रणाली को कमजोर करने का काम किया है।
इससे यह सिद्व होता है कि प्रदेश के मुखिया का कानून व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुये कहा कि इस फरमान पर पुर्नविचार करते हुये राष्ट्र की कानून व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से होमगार्ड की शीघ्र बहाली की जाय।