गोरखपुर। जोन में पुलिसकर्मियों की बदसलूकी की शिकायतों को एडीजी जोन अखिल कुमार ने गंभीरता से लिया है। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की रामगढ़ताल इलाके के होटल में हत्या का मामला हो या फिर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाली जिला महिला अस्पताल कर्मचारी सुहाना की मौत का प्रकरण, हर केस में दाग वर्दी पर लगे हैं। दोनों घटनाओं में आरोपित चार दरोगाओं और एक इंस्पेक्टर सहित कुल सात पुलिस वाले जेल में बंद हैं। ऐसे मामलों के सामने आने के बाद एडीजी जोन अखिल कुमार ने नई व्यवस्था बहाल की है।
क्या है एडीजी की व्यवस्था, आमजन को कैसे मिलेगी मदद
जोन के सभी थानों में दागदार छवि वाले पुलिस कर्मचारियों की सूची तैयार कराई जा रही है। एडीजी के निर्देश पर सभी जिलों के पुलिस प्रमुख थानावार इलाके में बदनाम और जनता से दुर्व्यवहार करने वाले पुलिस वालों की जानकारी जुटा रहे हैं।
उधर एडीजी ने आम लोगों से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी दागी पुलिस वाले की जानकारी है तो वह उनके (एडीजी) सीयूजी नंबर 9454400141 पर व्हाट्सएप करके कोई भी गोपनीय सूचना दे सकते हैं।
दागी पुलिस वालों की सूची तैयार की जा रही है। आम जनमानस के पास भी दुर्व्यवहार, वसूली करने वाले पुलिस वालों की जानकारी है तो वह उनके सीयूजी नंबर पर व्हाट्सएप संदेश भेजकर दे सकते हैं। – अखिल कुमार, एडीजी, गोरखपुर
व्यवस्था से मिलेगा फायदा, चिन्हित होंगे पुलिस कर्मचारी
एडीजी ने बताया कि सभी जिलों में दागी पुलिस वालों की सूची तैयार की जा रही है। आम जनमानस के साथ भी दुर्व्यवहार और वसूली करने वाले पुलिस वालों की जानकारी देने के लिए सीयूजी नंबर 9454400141 पर व्हाट्सएप मैसेज भेज सकते हैं। ऐसे लोगों का नाम, पता भी गोपनीय रखा जाएगा। एडीजी की मंशा है कि पहले से ऐसे पुलिस वालों को पहचान करके जांच कराकर कार्रवाई की जाए। ताकि यह समस्या न रहे।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल