उत्तर प्रदेश सरकार ने शराब के बाद पान मसाला के निर्माण, वितरण एवं बिक्री पर लगाए गए प्रतिबंध को भी हटा लिया है। इस संबंध में आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) अनीता सिंह ने आदेश जारी कर दिया है। अनीता सिंह ने कहा है कि इंडियन डेंटल एसोसिएशन यूपी व अन्य की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के 17 सितंबर 2012 के आदेश के अनुपालन में प्रदेश में तंबाकू एवं निकोटिनयुक्त पान मसाला, गुटखा के निर्माण, भंडारण व बिक्री पर लगा प्रतिबंध यथावत बना रहेगा। पान मसाला के निर्माण, वितरण एवं बिक्री में गृह विभाग के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।
साक्षी महाराज ने उठाए सवाल
उन्नाव के सांसद डॉ. साक्षी महाराज ने नशीले पदार्थों की बिक्री की अनुमति दिए जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, लॉकडाउन जनता की जीवन रक्षा और बढ़िया स्वास्थ्य के लिए है। तो फिर शराब, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, पान मसाला आदि नशीले पदार्थों पर छूट क्यों ?
राज्य में तंबाकू तथा निकोटिनुक्त पान मसाला-गुटखा के निर्माण, भंडारण तथा बिक्री पर लगाया गया प्रतिबंध यथावत जारी रहेगा, जब सरकार ने प्रदेश में पान मसाले पर रोक लगाई थी तो कहा था कि लोग गुटखा और पान मसाला खाकर सरकारी दफ्तरों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों में थूकते हैं। इस कारण कोरोना वायरस के संक्रमण का भी खतरा बढ़ गया है। ऐसे में इस पर रोक जरूरी है। सरकार ने जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 25 मार्च को पान मसाला बनाने, वितरित करने व बेचने पर रोक लगा दी गई थी।