उत्तर प्रदेश के आगरा में यात्रियों से भरी बस को हाईजैक करने वाले बदमाशों के मुखिया प्रदीप गुप्ता की गुरुवार सुबह पुलिस से मुठभेड़ हो गई. इस दौरान हुई गोलीबारी में आरोपी प्रदीप घायल हो गया जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. थाना फतेहाबाद इलाके में चेकिंग के दौरान हुई इस मुठभेड़ में एक सिपाही भी घायल हो गया है जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. आरोपित का कहना है कि उसे बस मालिक से 65 लाख रुपये लेने थे. बस मालिक मर गया. इसलिए उसने बस छीनी थी.
मंगलवार रात को बदमाशों ने यात्रियों से भरी बस का अपहरण किया था. बुधवार को सुबह 6 बजे चालक और परिचालक ने मलपुरा थाने में घटना की सूचना दी. इस मामले में आगरा से लखनऊ तक सनसनी फैल गई थी. खाली बस इटावा में मिली थी. सवारियों को दूसरी बस में बैठा दिया था. वे छतरपुर (मध्य प्रदेश) पहुंच गई थी. परिचालक रामविशाल की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती और अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस की जांच में घटना में मूलत: जैतपुर निवासी प्रदीप गुप्ता का नाम सामने आया. सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज के बाद पुलिस फीरोजाबाद, आगरा और इटावा में उसकी तलाश में दबिश दी थी. शाम को उसकी एक गाड़ी कचौरा घाट, चित्राहट में मिली थी. प्रदीप इटावा में वर्ष 2018 में समानांतर आरटीओ कार्यालय चलाने के आरोप में जेल गया था.
गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे फतेहाबाद के भलोखरा चौराहा पर प्रदीप गुप्ता अपने साथी यतेंद्र यादव के बाइक पर जा रहा था. वह पुलिस से बचने के लिए आगरा से बाहर जाना चाहता था. क्राइम ब्रांच, एसओजी और कई थानों के पुलिस फोर्स ने उसकी घेराबंदी कर ली. आरोपित की ओर से पुलिस पर फायरिंग की गई. मुठभेड़ में प्रदीप के दाहिने पैर में गोली लगी. इसके बाद बाइक से वह गिर पड़ा. उसका साथी मौके से भाग गया. मौके से चोरी की बाइक और तमंचा कारतूस बरामद हुए हैं. एसएसपी बबलू कुमार मौके पर पहुंच गए. घायल बदमाश को एसएन मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी में भर्ती करा दिया. मुठभेड़ में स्वाट टीम का सिपाही सुदर्शन भी घायल हुआ है.