
बता दें कि यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेताओं ने सरकार के साथ अगले दौर की वार्ता में शामिल होने के लिए पूर्व शर्त के रूप में पार्टी संस्थापक इमरान खान तक निर्बाध पहुंच की मांग की थी। रावलपिंडी में अदियाला जेल के बाहर मीडिया से बातचीत में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष गौहर खान ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने पार्टी नेताओं को सरकार की वार्ता समिति से मुलाकात का विकल्प दिया है, अगर वे सीधे उनसे नहीं मिल सकते हैं।
सरकार के सामने लिखित मांगें रखेंगे इमरान खान
दोनों पक्षों में वार्ता को लेकर समझौता होने के बाद इमरान खान ने पार्टी को निर्देश दिया है कि वे अपनी मांगें सरकार को लिखित रूप में प्रस्तुत करें। सरकार और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेताओं के बीच पिछले महीने औपचारिक बातचीत शुरू हुई थी और अब तक दो दौर की बातचीत हो चुकी है। तीसरे दौर की वार्ता इस सप्ताह होने की उम्मीद थी, लेकिन मंगलवार को तहरीक-ए-इंसाफ के नेताओं को खान से मिलने की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद मतभेद उभर आए। खान अगस्त 2023 से जेल में हैं।