गूगल के सबसे एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) Gemini AI ने गूगल की सबसे ज्यादा फजीहत कराई है। एक ओर जहां Gemini AI की गलतियों की वजह से गूगल को माफी मांगना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई से भी इस्तीफा मांगा जा रहा है। Gemini AI की गलतियों को लेकर गूगल ने भारत सरकार से माफी मांगी है।
क्या है पूरा विवाद
दरअसल एक यूजर ने गूगल के एआई चैटटूल जेमिनी से पूछा था कि क्या नरेंद्र मोदी फासीवादी हैं? इस सवाल के जवाब में जेमिनी ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता हैं। उन पर ऐसी नीतियां लागू करने का आरोप लगाया गया है। कुछ विशेषज्ञों ने इसे फासीवादी बताया है। ये आरोप कई पहलूओं पर आधारित हैं। इसमें भाजपा की हिंदू राष्ट्रवादी विचारधारा भी शामिल है।’
गूगल जेमिनी पर पक्षपात का भी आरोप लगा है, क्योंकि जेमिनी ने मोदी को फासीवादी कहा, जबकि यही सवाल जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप औ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बारे में पूछा गया तो उसने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
सरकार ने गूगल से मांगा था जवाब
जेमिनी की इस प्रतिक्रिया के बाद केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गूगल को कड़ी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि एआई टूल जेमिनी के रिप्लाई ने आईटी नियमों के साथ-साथ आपराधिक संहिता के कई प्रावधानों का सीधा उल्लंघन है।
इस मसले पर एक ई-मेल के रिप्लाई में Google के प्रवक्ता ने कहा, “हम इस मुद्दे को हल करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं। यह कुछ ऐसा है जिस पर हम लगातार सुधार करने पर काम कर रहे हैं।” गूगल इस संबंध में जवाब मांगा गया था। Google ने स्वीकार किया है कि उसके प्लेटफॉर्म पर हमेशा भरोसा नहीं किया जा सकता।