भारत के डिफेंडर अनवर अली का निलंबन शुक्रवार को वापस ले लिया गया। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की प्लेयर्स स्टेटस कमेटी (पीएससी) ने दिल्ली हाई कोर्ट को जानकारी दी। महासंघ की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि इस मुद्दे पर समिति शनिवार को नए सिरे से विचार करेगी और सभी पक्षों को सुनने के बाद विस्तृत आदेश जारी करेगी।
क्या है मामला?
दरअसल, अदालत शुक्रवार को पीएससी के फैसले के खिलाफ अली और उनकी वर्तमान टीम ईस्ट बंगाल और मूल क्लब दिल्ली फुटबॉल की याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। एआईएफएफ की पीएससी ने 10 सितंबर को अनवर को दोषी करार देते हुए चार महीने के निलंबन की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही महासंघ ने अली और दोनों क्लबों को मोहन बागान को 12.90 करोड़ रुपये का भारी मुआवजा देने को कहा था। वहीं, पीएससी ने अनवर की मूल क्लब दिल्ली एफसी और ईस्ट बंगाल पर अगले दो विंडो (2024-25 शीतकालीन और 2025-26 ग्रीष्मकालीन) में नए खिलाड़ियों से करार करने पर भी रोक लगा दी थी।
अली ने बनाया मोहन बागान को चैंपियन
एआईएफएफ के वकील ने बाद में अदालत को सूचित किया- मुझे यह कहने का निर्देश दिया गया है कि एआईएफएफ पीएससी 10 सितंबर के अपने आदेश को वापस ले लेगी। समिति कल (14 सितंबर को) सभी पक्षों की नए सिरे से सुनवाई करेगी। वकील ने आगे कहा- मामले की सुनवाई के बाद (समिति) एक विस्तृत आदेश पारित करेगी। मोहन बागान ने अली के ईस्ट बंगाल से करार करने के फैसले को चुनौती दी थी। 23 साल के अली ने पिछले सत्र में मोहन बागान को आईएसएल शील्ड विजेता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने रक्षा पंक्ति में शानदार खेल दिखाने के साथ 26 मैचों में तीन गोल भी किए थे।