लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार के वर्ष 2019-2020 के बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट सबको धोखा देने वाला है। इस बजट में न विकास है,ना विजन है और ना ही सामाजिक न्याय है। बजट में किसानों और नौजवानों के लिए कुछ नहीं है। जो पहले था वह भी इस बजट में खो गया।
आन्दोलन करने पर लाठीचार्ज
समाजवादी पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में अखिलेश यादव ने कहा कि जिसकी जैसी समझ वैसा उसका बजट। केन्द्र और राज्य के बजट निराशाजनक है। किसान का गन्ना सूख रहा है। चीनी मिल मालिक उद्योगपतियों से मिलकर बाहर से चीनी मंगवा रहे हैं। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं हो रहा है। आन्दोलन करने पर लाठीचार्ज होता है। चिकित्सा शिक्षा के लिए भी कुछ नहीं है।
सोलर एनर्जी के लिए बजट में कुछ नहीं
श्री यादव ने कहा कि हम लोगों ने सोचा था कि इस बजट से छात्रों को लैपटाप दिया जायेगा,कन्या विद्याधन मिलेगा,समाजवादी पेंशन योजना जैसी स्कीम होगी,लेकिन यह बजट तो चुनावी बजट भी नहीं निकला। इस सरकार ने सूरज को भी धोखा देने का काम किया है। उत्तर प्रदेश में हुए इन्वेस्टर्स समिट में सबसे ज्यादा इन्वेस्टमेंट सोलर एनर्जी के क्षेत्र में होने की बात थी लेकिन इस बजट में इस मद में कुछ नहीं है।
22 करोड़ पेड़ लगाने की बात,लेकिन जमीन कहां?
अखिलेश यादव ने कहा कि बजट में स्मार्ट सिटी की बात है,लेकिन छोटे शहरों और मलिन बस्तियों के लिए बहुत कम पैसा दिया गया है। प्रति गांव 42 हजार में गाय की सुरक्षा और सेवा क्या होगी? ना तो कोई नया सैनिक स्कूल दिया गया है और ना ही इंजीनियरिंग कालेज। इस बजट में 22 करोड़ पेड़ लगाने की बात है पर जमीन कहां है जहां ये लगेंगे?
गोमती की सफाई रोकने वालों की सीबीआई जांच
सपा अध्यक्ष ने कहा कि आगरा-कानपुर मेट्रो के लिए इस बजट में जो धनराशि है उससे बस शिलान्यास ही हो पाएगा? झांसी-आगरा में मेट्रो चलने का इंतजार रहेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार चाहती है लोग ज्यादा से ज्यादा शराब पिएं। ऐसे शौचालय बने हैं जिनमें पानी नहीं। हमारे रिवरफ्रंट माॅडल से ही नदियों की सफाई संभव है। श्री यादव ने कहा कि जिन्होंने गोमती को साफ नहीं होने दिया और उसमें रूकावट डाली उनकी सीबीआई से जांच कराएंगे। गंगा मइया ने आशीर्वाद दिया तो भाजपा के लिए वोटो की उल्टी गंगा बहेगी।