योगी सरकार ने श्री कृष्ण की पावनभूमि Mathura पर बीते दिनों में कई सौगात दिए हैं। सरकार ने पहले वृन्दावन और बरसाना को तीर्थस्थल घोषित किया, तत्पश्चात मुख्यमंत्री स्वयं पावन मथुरा में होली खेलने पहुंचे। इसके बाद उत्तरप्रदेश के धर्मार्थ कार्य विभाग द्वारा 22 मार्च 2018 को मथुरा के कई क्षेत्रों को तीर्थ स्थल घोषित किया गया। इनमें बरसाना, राधा कुंड, गोवर्धन नंदगांव, गोकुल, और बल्देव शामिल हैं।
कान्हा की नगरी Mathura को कई सौगात
योगी कैबिनेट ने Mathura मथुरा में तीर्थ स्थल के आसपास शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने पर मुहर लगा दी है। सरकार के अनुसार बरसाना स्थित देशी और विदेशी शराब व बियर की दुकानों को नगर पंचायत क्षेत्र में ट्रांसफर किया जाएगा। सरकार के इस निर्णय से मथुरावासियों में खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों ने योगी सरकार के फैसले का स्वागत किया है। मथुरा जिले मे कुल 627 शराब के ठेके हैं, इस निर्णय के बाद 32 शराब के ठेके जल्द हटा दिये जायेंगे।
अन्य तीर्थस्थलों के साथ सौतेला व्ववहार क्यों…
प्रदेश की बात की जाए तो यहाँ छोटे-बड़े बहुत से तीर्थस्थल हैं, जिनमें प्रमुख रूप से श्रीराम की नगरी अयोध्या, बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी, नैमिषारण्य आदि प्रमुख हैं। तीर्थस्थलों पर शराबबंदी एक सराहनीय कदम है ,किन्तु क्या मथुरा ही सिर्फ तीर्थस्थलों में शामिल है ये सरकार के लिए भी एक सोचने वाली बात है।