उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने निर्देश दिए है कि 15 जून 2024 के बाद ऑनलाइन बस बुकिंग का कैंसिलेशन बिल्कुल नहीं होना चाहिए। उन्होंने सभी बसों का समय सारणी मुख्यालय स्तर से फिक्स करने का भी निर्देश दिया है।
परिवहन मंत्री ने कहा कि 15 जून 2024 से प्रत्येक गाड़ी की समीक्षा की जाएगी और कैंसिलेशन होने पर उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए रिकवरी कार्रवाई जिम्मेदार अधिकारियों से की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कोई बस कैंसिल होती है तो उसका संतोषजनक कारण होना चाहिए। उसके बिना कोई भी बस ऑनलाइन कैंसिल नहीं होगी।
मासूम अली सरवर (प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश परिवहन निगम) द्वारा आज सभी क्षेत्रीय प्रबंधक सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एवं सेवा प्रबंधको की वीसी मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में की। उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री जी द्वारा प्राप्त निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि ऑनलाइन बुकिंग की धनराशि कार्यालय में एटीएम डाउनलोड करते समय दिखाई देता है तथा एलइडी डिस्पले पैनल्स जो की बस स्टेशनों पर लगाए गए हैं वह टाइम टेबल शो करते हैं।
उन्होंने बताया कि बसें जब निर्धारित समय सारणी पर निर्धारित बस स्टेशन से शेड्यूल से संचालित होती है तो ऑनलाइन बुक बस के यात्रियों को एसएमएस के द्वारा बस का नंबर और कंडक्टर का मोबाइल नंबर यात्रा वाले दिन अपने आप पहुंच जाता है, इसका लाभ यात्री भी ले सकेंगे।इसके अतिरिक्त सभी बसें शेड्यूल पर आउट की जाएगी शेड्यूल की फीडिंग पहले से समय सारणी के अनुसार ऑनलाइन सिस्टम में की जाएगी।
एम डी परिवहन निगम ने यह भी निर्देश दिए कि प्रवर्तन के कार्य में एम डी स्क्वाड जो क्षेत्र में लगे हुए हैं उनको चेकिंग प्रोग्राम मुख्यालय से दिया जाएगा एवं उनका नियंत्रण अधिकार क्षेत्रीय प्रबंधक के पास नहीं रहेगा।
उन्होने कहा कि यदि किसी क्षेत्र में एमडी स्क्वाड कोई प्रकरण पकड़े तो संबंधित सहायक प्रबंधक और चेकिंग अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी और इसके अलावा अगर कोई बहुत बड़ा केस पकड़ा जाएगा तो क्षेत्रीय प्रबंधक का भी उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाएगा।