नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन आज भारत पहुंचे। राज्य के उप सचिव कर्ट कैंपबेल और अन्य शीर्ष अधिकारी भी उनके साथ हैं। सुलिवन नई दिल्ली में क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉलीज (ICET) की दूसरी बैठक में भाग लेने के लिए आए हैं। दिल्ली में उन्होंने आज केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय, वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने सोमवार को अपने अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन से मुलाकात की। इस दौरान दोनों शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया।
बता दें कि सुलिवन पहले फरवरी में भारत आने वाले थे, लेकिन अमेरिकी प्रतिबद्धताओं के कारण यह संभव नहीं हुआ। इसलिए वार्षिक समीक्षा बैठक 17-18 जून के लिए पुनर्निर्धारित की गई थी। इस बैठक के बाद दोनों देश एक संयुक्त बयान देंगे, जिसमें आईसीईटी तंत्र की प्रगति और महत्व पर जोर दिया जाएगा। द्विपक्षीय वार्ता के दौरान पश्चिम एशिया की स्थिति पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
स्विटजरलैंड से सीधे भारत पहुंचे सुलिवन
बर्गेनस्टॉक में, स्विट्जरलैंड द्वारा आयोजित यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन के मौके पर सुलिवन ने रविवार को पत्रकारों से बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह iCET पहल की दूसरी बैठक के लिए स्विट्जरलैंड से सीधे भारत की यात्रा करेंगे। इससे पहले, 6 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की चुनावी जीत पर बधाई दी। इस संबंध में व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर जानकारी दी।
वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर जोर दिया
व्हाइट हाउस के बयान में कहा, राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीत की बधाई दी। दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत व्यापक और वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया। साथ ही विश्वसनीय, रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी सहित साझा अमेरिकी-भारत प्राथमिकताओं पर नई सरकार को शामिल करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन की नई दिल्ली की आगामी यात्रा पर भी चर्चा की।