अनन्या पांडे (Ananya Pandey) हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक पहचान बनाने में जुटी हुई हैं। उन्होंने साल 2019 में करण जौहर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2’ से फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। अपने पांच साल के करियर में उन्होंने कुछ ही फिल्में की हैं। आखिरी बार उन्हें साल 2023 में रिलीज हुई ‘खो गए हम कहां’ में देखा गया था।
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इस वक्त अभिनेत्री अपनी आगामी सीरीज ‘कॉल मी बे’ के प्रमोशन में जुटी हुई हैं। इस बीच उन्होंने अपनी पिछली फिल्मों में से एक ‘लाइगर’ (Liger) को लेकर बात की है। उन्होंने कहा कि उन्हें फिल्म की स्क्रिप्ट में कुछ आपत्तिजनक लगा, जिसमें उन्होंने निर्माताओं से बात कर बदलाव भी कराया।
सुचारिता त्यागी से बातचीत के दौरान अनन्या पांडे ने बताया कि कैसे नई पीढ़ी के कलाकार के रूप में, अभिनेत्री ने विजय देवरकोंडा अभिनीत ‘लाइगर’ की स्क्रिप्ट पढ़ते समय उसकी कुछ आपत्तिजनक चीजों की ओर ध्यान आकर्षित कराया। उन्होंने कहा कि एक महिला के रूप में कुछ चीजों का ध्यान रखना और उनको संबोधित करना उनकी जिम्मेदारी है।
अनन्या ने कहा, “लाइगर में, उस स्क्रिप्ट में बहुत सी चीजें ऐसी थीं, जहां मैं ऐसा महसूस करती थी कि ये सब कहने के लिए मैं ठीक नहीं हूं। एक महिला के रूप में यह सही नहीं है।” अभिनेत्री ने आगे कहा कि निर्माताओं ने वो सारे बदलाव किए भी, जिससे वह काफी खुशी महसूस करती हैं कि उन्होंने तब इसे लेकर अपनी राय जाहिर की थी।
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‘कॉल मी बे’ अभिनेत्री ने आगे कहा की उनका मानना है एक महिला के रूप में यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह स्क्रिप्ट में अनुचित चीजों को संबोधित करें और उनके खिलाफ बोलें। अभिनेत्री ने एक युवा और नई पीढ़ी की महिला कलाकार के रूप में सही चीजों के लिए खड़े होने को लेकर भी बात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमारे देश में महिलाओं की सुरक्षा पर चर्चा करना कितना महत्वपूर्ण है। इस वजह से वह मानती हैं कि बतौर कलाकार फिल्मों की स्क्रिप्ट में भी कुछ आपत्तिजनक लगे, तो उसे लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई जानी चाहिए।