लखनऊ। समाजवादी पार्टी परिवार में फैला अलगाव अभी ठहरने का नाम नहीं ले रहा है। समाजवादी पार्टी से अलग होकर चाचा शिवपाल ने समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाया है और अब वे पार्टी के गठन में पूरे जोरों के साथ जुटे हुए हैं। यह जगविदित है कि चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश के बीच मनमुटाव लम्बे समय से चला आ रहा है। अखिलेश के पक्ष में मुलायम के बयान के बाद मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव ने चाचा शिवपाल को अपने एक कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट बुलाया। चर्चा है कि वह समाजवादी सेक्युलर मोर्चा ज्वाइन कर सकती हैं।
छोटी बहू अपर्णा यादव के कार्यक्रम में पहुंचे शिवपाल
समाजवादी पार्टी को और अधिक नुक्सान से बचने के इरादों के साथ संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी अखाड़े में ताल ठोक कर मैदान में उतर आएं हैं। सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव ने एक साथ कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। मुलायम ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वह समाजवादी पार्टी को जिताने के लिए अभियान में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि सपा की तरह कोई और दूसरी पार्टी नहीं है,समाजवादी लोग अपने वादे निभाते हैं।
बीजेपी सरकार ने जनता को दिया धोखा
समाजवादी सरकार में मुफ्त दवाई, पढ़ाई, सिंचाई की व्यवस्था थी। किसानों को सुविधाएं थीं। नौजवानों को रोजगार मिला। इसके उलट बीजेपी सरकार ने जनता को धोखा दिया है। बीजेपी ने एक भी जनहित का काम नहीं किया है। सपा एक भरोसेमंद पार्टी है।इसके विपरीत समाजवादी पार्टी और अखिलेश के विरोधी चाचा शिवपाल सिंह यादव मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव के कार्यक्रम में पहुंचे।
र्णा ने उन्हें नीलमथा में आयोजित वार्षिक कुश्ती प्रतियोगिता में बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया था। शिवपाल ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया और फिर मंच पर दोनों साथ बैठे। इसके पहले भी अपर्णा चाचा के कार्यक्रम में शामिल होकर इस बात के संकेत दे चुकी हैं कि वह शिवपाल के साथ हैं।पारिवारिक सूत्रों की मानें तो अपर्णा जल्द ही शिवपाल सिंह यादव की समाजवादी सेक्युलर मोर्चा ज्वाइन कर सकती हैं।