जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 समाप्त किए जाने पर सिर्फ भारत के लोग ही नहीं बल्कि पाकिस्तान द्वारा जबरन कब्जाए गए बलूचिस्तान के लोग भी जमकर जश्न मना रहे हैं। बलूच लोगों की खुशी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बलूच महिला नेता नायला कादरी ने अपने देश बलूचिस्तान में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मूर्ति लगाने की घोषणा की है।
नायला कादरी ने जहां एक ओर पाकिस्तान के पीएम पर चीन के साथ मिलकर बलूच नस्ल को खत्म करने का आरोप लगाया तो वहीं दूसरी ओर उसने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी को हीरो बताते हुए सबको चकित कर दिया। उनका कहना है कि पाकिस्तान बलोचों का नरसंहार कर रहा है।
बलूचिस्तान काफी समय से अपनी आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है। नायला कादरी ने कहा कि अगर हमारा देश आजाद होता है तो वहां भारत के पीएम की मुर्ति लगाएंगे। भारत के पीएम द्वारा जम्मू-कश्मीर से 370 हटाए जाने के फैसले को बलूच नेता ने साहस वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने उनके लिए आवाज नहीं उठाई। पाकिस्तान हम पर कभी हमला करता है तो कभी हमें प्रताड़ित करता है, वह पिछले 70 सालों से हमपर जुल्म कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हम बलोच लोग एक कटोरे पानी के बदले 100 साल की वफा करते है, और हमने अपनी जान देकर आज तक माता हिंगलाज के मंदिर को संभाले कर रखा है, मंदिर की हिफाजत की है। नायला कादरी ने मोदी को अपना हीरो के साथ-साथ अपना भाई कहा।
बलूच नेता ने पाकिस्तान की गुलामी से बलूचिस्तान की आजादी को लेकर कहा कि भारत हमें आजाद करने में मदद करता है तो भारत के भी दो फायदे होंगे। एक तो वह अपनी संस्कृति के मुताबिक मददगार की परंपरा को आगे बढ़ाएगा और दूसरा भविष्य में भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में बलूचिस्तान उसका साथ देगा। इसके अलावा भारतीय लोगों को हिंगलाज मंदिर के दर्शन करने के लिए वीजा की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बलूची नेता नायला कादरी ने बताया कि इस्लाम के नाम पर अब तक 40 लाख अफगानी तो 30 लाख बंगाली मुसलमान इस दहशतगर्दी का शिकार हुए हैं। वहीं, दो बलूचों की हत्या की जा चुकी है। 15 अगस्त के मौके पर पीएम ने एक बार अपनी स्पीच में बलूचिस्तान के बार में बोला था। उनके भाषण के बाद से ही बलूचिस्तान के लोगों की स्वतंत्रता की मांग बढ़ी है।