कैप्टन की पाकिस्तानी दोस्त के आईएसआई कनेक्शन की होगी जांच
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। उनके सीएम पद से हटने और नए सीएम चन्नी के पद संभालने के बाद, यहां सियासी घमासान और तेज गए हैं। कैप्टन का कांग्रेस के खिलाफ हमलावर होने के बाद कांग्रेस की तरफ से भी उनपर हमले किए जा रहे हैं। खासतौर पर विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में विस्तार मामले ने नया विवाद खड़ा कर दिया है।
अब पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाया है कि कैप्टन के हालिया बयान के बाद ही पंजाब में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाया गया है। उप मुख्यमंत्री रंधावा ने कहा है कि कैप्टन अमरिंदर की पाक महिला मित्र व खुफिया एजेंसी आईएसआई के कनेक्शन की जांच होगी। जांच के लिए कार्यवाहक डीजीपी इकबाल प्रीत सहोता को कहा गया है।
सुखजिंदर सिंह ने कहा कि हमने वीडियो देखी है, जिसमें अरूसा आलम पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लोगों के साथ खड़ी हैं। उन्होंने कहा, पिछले साढ़े चार साल से कैप्टन साहब यही कहते रहे कि सीमा पार से ड्रोन आ रहे हैं, मैं डीजीपी से कहूंगा कि इसकी जांच भी करें कि आखिर इसके पीछे क्या मकसद था। पहले वो इसके लिए जमीन तैयार करते रहे और अब बीएसफ भी लगवा दी।रंधावा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक अवसरवादी नेता करारा देते हुए कहा कि वो केवल अपना, अपने परिवार और अपने दोस्तों के बारे में ही सोचते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनकी पिछले महीने हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए रंधावा ने कहा कि उन्होंने किसानों के चल रहे आंदोलन को सुलझाने का प्रयास करने के बजाए पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई।
मौड़ मंडी ब्लास्ट के बहाने कैप्टन की घेराबंदी
उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधवा ने कहा कि पंजाब सरकार मौड़ मंडी ब्लास्ट की नए सिरे से जांच कराएगी। यह ब्लास्ट कांग्रेसी नेता हरमिंदर सिंह जस्सी की रैली में हुआ था, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी। इसकी जांच तो हुई, लेकिन बम कांड की साजिश रचने वाले कभी सामने नहीं आए।
कौन हैं अरूसा आलम
अरूसा आलम पाकिस्तान की एक रक्षा पत्रकार हैं, जिसे पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का करीब माना जाता है। अरूसा, पाकिस्तान में ‘रानी जनरल’ के नाम से मशहूर अकलीन अख्तर की बेटी हैं। कैप्टन के शपथ ग्रहण समारोह में भी अरूसा शामिल हुई थी। कैप्टन ने अपनी किताब में भी अरूसा के साथ दोस्ती का जिक्र किया है।
केंद्र का फैसला
केंद्र सरकार ने बीएसएफ एक्ट में संशोधन करके बीएसएफ को पंजाब, बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे भारतीय इलाके में 50 किलोमीटर अंदर तक कार्रवाई करने का अधिकार दे दिया है। पहले ये दायरा 15 किलोमीटर था।पाकिस्तान की सीमा गुजरात से भी लगती है, लेकिन यहां बीएसएफ का दायरा 80 किमी से घटाकर 50 किमी कर दिया गया है। जबकि राजस्थान में 50 किमी तक बरकरार है।
क्या होगा इसका असर
इसका असर सीमाओं से सटे 5 राज्यों- गुजरात, राजस्थान, पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम पर होगा। अब बीएसएफ अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भारतीय इलाके के अंदर 50 किलोमीटर तक कोई भी कार्रवाई कर सकेगी। बीएसएफ के पास संदिग्धों को गिरफ्तार करने से सामग्री जब्त करने और तलाशी लेने तक का अधिकार होगा।
क्यों हो रहा इसका विरोध
केंद्र के इस फैसले का सबसे ज्यादा विरोध पंजाब और पश्चिम बंगाल में हो रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी और बंगाल सरकार में मंत्री फरहाद हकीम ने इस फैसले को ‘संघीय ढांचे पर हमला’ करार दिया है। मंत्री फरहाद ने कहा है कि मोदी सरकार फेडरल स्ट्रक्चर को तोड़ रही है। क्रेन्द्र सरकार इसे बढ़ाकर सब पर अपना कब्जा करना चाहती है।