औरैया। जिले के बिधूना क्षेत्र में एक परिषदीय शिक्षक ने बबूल के पेड़ पर रस्सी के फंदे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, मृतक के पास से सुसाइड नोट भी मिला है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कस्बा के मोहल्ला आदर्शनगर (धानमील के पास) निवासी देवेन्द्र सिंह भदौरिया (40) पुत्र जय सिंह जो कि एरवाकटरा ब्लाक के सूरजपुर एरवा गांव स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक थे।
वह आज करीब एक बजे अपने विद्यालय से निकले और वापस घर न जा कर बेला रोड़ पर रामगंगा नहर के पास स्थित किन्द्रापुर्वा गांव के समीप बबूल की झाड़ियों में जाकर बबूल के पेड़ से रस्सी के फंदे के सहारे लटककर आत्महत्या कर ली। बताया कि पड़ोस के गांव के बच्चे जानवर चराने गये तो उन्होंने वहां पर शव को पेड़ से लटका देखा जिसकी जानकारी गांव में आकर दी जिसके बाद ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शिक्षक के शव को पेड़ से नीचे उतारा और छानबीन के दौरान उसकी जेब से एक सुसाइड नोट भी मिला है।
बताया गया कि मृतक ने आत्महत्या से पहले दिन में करीब दो बजे फोन से अपने चचेरे भाई गौरव से बात कर एक वकील का मोबाइल नम्बर लिया जिसके बाद वह उस वकील से मिलने गये और उसके बाद मार्केट से रस्सी खरीदकर नहर पर जाकर किन्द्रापुर्वा के समीप बबूल के जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि मृतक शिक्षक का कुछ आपसी लोगों से लेनदेन/जमीनी विवाद चल रहा था जिस कारण उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर