लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ एवं वाणिज्य कर विभाग के प्रदेश महामंत्री सुरेश सिंह यादव ने वार्षिक का स्थानांतरण में पत्र लिखकर माननीय मुख्यमंत्री अवगत कराया है कि विभाग के कतिपय अधिकारियों ने जो तबादला सूची जारी की है उसमें जमकर भ्रष्टाचार और नियमविरूद्व तबादले कर सरकार की छवि खराब करने का प्रयास किया है। इस सूची की जांच करा कर इसे निरस्त किया जाए और दोषी अधिकारियों के विरूद्व कार्रवाई की जाए।
सूरेश सिंह ने बताया कि नियमानुसार संघ ने पूर्व में ही जिन कर्मचारियों का सेवानिवृत्ति 2 वर्ष शेष रह गए हैं उन कर्मचारियों एवं अधिकारियों को उनके गृह जनपद में एवं गृह जनपद के आसपास स्थान किए जाने की मांग की थी, उसको दरकिनार कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि विभागों में बहुत से ऐसे कर्मचारी और अधिकारी हैं जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है, उनको गृह जनपद के आसपास स्थानान्तरण किया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नही किया गया। जिन कर्मचारियोंने मेडिकल एवं शिक्षा पर स्थानांतरण प्रार्थना पत्र के माध्यम से अनुरोध किया था उन पर भी कोई विचार नहीं किया गया। श्री सिंह ने कहा कि तबादला सूची को मंगाकर जांच की जाए तो तमाम तरह के खुलासे होंगे। कई कार्मिकों को दस दस साल हो गए हैं, लेकिन उनका तबादला नही हुआ। तबादला सूची में जो तबादले किये गए है उसे देखकर लगता है कि छोटे कर्मचारियों का उत्पीड़न किया गया है।